नई दिल्ली: कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण के अंतर्गत सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को 1 मई से टीका लगवाने की इजाजत दी है लेकिन कई राज्‍यों में वैक्‍सीन की उपलब्‍धता को लेकर अनिश्चितता की स्थिति है. महाराष्‍ट्र और दिल्‍ली जैसे राज्‍यों ने कहा है कि उनके पास पार्याप्‍त संख्‍या में डोज नहीं हैं.

महाराष्ट्र
‘नए आयु वर्ग के लिए मुंबई में वैक्‍सीनेशन तभी शुरू हो पाएगा जब पर्याप्‍त वैक्‍सीन उपलब्‍ध होंगी, ठीक 1 मई को नहीं.’ बृहन्‍नमुंबई म्‍युनि‍सिपल कार्पोरेशन (BMC) की एडीशनल म्‍युनि‍सिपल कमिश्‍नर अश्विनी भिडे ने ट्वीट में यह जानकारी दी है. उन्‍होंने दोहराया कि 45+ के लोगों के लिएए टीकाकरण जारी रहेगा. उन्‍होंने ट्वीट में लिखा, ‘मुंबई में सभी सीनियर सिटीजंस से आग्रह है कि वे टीकाकरण केंद्र पर भीड़ न लगाएं या लंबी लाइन में न लगें. वैक्‍सीन की सप्‍लाई में कमी है और यह सभी जगहों पर पर्याप्‍त मात्रा में उपलब्‍ध नहीं है लेकिन बेफिक्र रहें सभी 45+ के लोगों को टीका लगेगा.’

दिल्ली
उधर दिल्‍ली सरकार का कहना है कि वह निर्माता कंपनी से वैक्‍सीन की ताजा सप्‍लाई का इंतजार कर रही है. राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने कहा, ”हमारे पास अभी वैक्‍सीन नहीं है, इसके लिए कंपनी से आग्रह किया गया है, जब ये आ जाएंगी तो हम आपको बताएंगे.

तमिलनाडु
तमिलनाडु ने डेढ़ करोड़ डोज का आर्डर दिया है लेकिन सूत्रों ने बताया कि राज्‍य सरकार 18 से 45 के आयुवर्ग के लिए शनिवार से टीकाकरण शुरू होने को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में है. सूत्रों ने बताया, ‘एक कंपनी ने कहा कि हमारे पास जून तक सप्‍लाई नहीं है. हम निश्चित नहीं है कि देशभर में 1 मई से टीकाकरण अभियान शुरू हो पाएगा.’

पंजाब
वहीँ पंजाब ने भी कहा है कि वह अभी टीकाकरण का नया राउंड शुरू नहीं कर सकता. पंजाब के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा, ‘हम टीकाकरण तभी शुरू कर सकते हैं जब हम 10 लाख तक डोज मिल जाएं.’

राजस्थान
राजस्‍थान भी वैक्‍सीन की कमी का सामना कर रहा है. राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि वैक्‍सीन निर्माताओं ने कहा है कि वे 15 मई से पहले सप्‍लाई नहीं कर पाएंगे। उन्‍होंने कहा कि हमारे पास स्‍टोरेज में वैक्‍सीन नहीं है. 18+ के टीकाकरण के लिए हमें सात करोड़ वैक्‍सीन चाहिए लेकिन ये हमें समय पर मिलनी चाहिए.

टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए बुधवार से ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन शुरू हुआ और शुरुआती तकनीकी परेशानियों के बाद एक करोड़ 30 लाख लोगों ने वैक्‍सीन के लिए रजिस्‍टर कराया है.