स्ट्रीट-डॉग्स को बेहतर जिंदगी देने के लिए कई पहलों की शुरुआत
लखनऊ
समुदाय की भागीदारी का एक प्रेरणादायक उदाहरण देते हुए, लखनऊ की प्रमुख टाउनशिप अंसल सिटी, जहां करीब 100 स्ट्रीट-डॉग्स रहते हैं, ने स्ट्रीट-डॉग्स के कल्याण और मानवों एवं जानवरों के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। यह पहल ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया (जो पहले ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल/भारत के नाम से जानी जाती थी) के व्यापक पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी), रेबीज-रोधी टीकाकरण (एआरवी) और समुदाय जागरूकता कार्यक्रम का एक अहम हिस्सा है।
शहर की कई अन्य सोसाइटियों की तरह, अंसल सिटी को भी स्ट्रीट-डॉग्स के प्रबंधन से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जैसे कि उनकी जनसंख्या को नियंत्रित करने और उनके कारण पैदा होने वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं। लेकिन, ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया के सहयोग से चलाए गए जागरूकता अभियानों की एक श्रृंखला के माध्यम से, सोसाइटी के निवासियों को इन चिंताओं को दूर करने हेतु कार्रवाई के लिए प्रेरित किया गया। निवासियों ने स्ट्रीट-डॉग्स को पकड़ने, उनकी नसबंदी और बधियाकरण करने, और टीकाकरण के प्रयासों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। इसके अलावा, सेलेब्रिटी ग्रीन्स, चंदा पैनोरमा, क्रिस्टल पैराडाइज और सेक्टर D जैसी सोसाइटीज़ में निवासी सभी स्ट्रीट डॉग्स के लिए 9-इन-1 वैक्सीन प्रायोजित कर रहे हैं। यह 9-इन-1 वैक्सीन स्ट्रीट-डॉग्स को डिस्टेंपर, हेपेटाइटिस, पार्वोवायरस और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी गंभीर और संक्रामक बीमारियों से बचाती है, जिससे न केवल स्ट्रीट-डॉग्स बल्कि पूरे समुदाय के लिए स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित हो सके। अब तक, 60 से अधिक स्ट्रीट-डॉग्स का टीकाकरण किया जा चुका है।
हर साल फरवरी के अंतिम मंगलवार को मनाए जाने वाले विश्व स्पे डे के अवसर पर, ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया ने अंसल सिटी के प्रयासों की प्रशंसा करने और मजबूत एबीसी/एआरवी कार्यक्रम तथा समुदाय की भागीदारी के महत्व को उजागर करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में सोसाइटी के 50 निवासियों ने हिस्सा लिया।
ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया में समुदाय की भागीदारी की वरिष्ठ प्रबंधक दलिया जैकब ने कहा: “यह लखनऊ में पहली बार है कि इतने बड़े आवास समूह ने स्ट्रीट-डॉग्स के कल्याण में इतना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अंसल सिटी का अपने समुदाय के प्रति मददगार और मैत्रीपूर्ण दृष्टिकोण, समुदाय की सकारात्मक भागीदारी का शक्तिशाली उदाहरण है जो दूसरे समुदायों को भी ऐसा करने के लिए उदाहरण स्थापित करता है। कई अन्य समुदाय भी हैं जो बहुत सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं और हमें उम्मीद है कि वे अंसल सिटी द्वारा प्रस्तुत किये गये उदाहरण का अनुसरण करेंगे। हालांकि व्यवहार परिवर्तन में समय लगता है, लेकिन इस तरह की पहल दिखाती हैं कि प्रयास निस्संदेह सार्थक हैं।”
ग़ज़ाला रिज़वी, जो गोल्फ सिटी अंसल की निवासी हैं, कहती हैं: “पहले ऐसा लगता था कि हमारे इलाके और स्ट्रीट डॉग्स के लिए तकलीफों का यह सिलसिला कभी खत्म नहीं होगा – सड़क पर पिल्लों की मौत, खाने को लेकर झगड़े, और असफल पुनर्वास प्रयास। लेकिन अब यह सब एक सकारात्मक बदलाव की ओर बढ़ रहा है। हमने ठान लिया कि कुछ करना है। ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया के साथ मिलकर, हमने गोल्फ सिटी अंसल को ज़ोन में बांटा और एक संगठित नसबंदी अभियान शुरू किया, जिससे असमंजस और विवाद की जगह व्यवस्था बनी। हमारी इस सामूहिक कोशिश से अब तक 77 कम्युनिटी डॉग्स की नसबंदी और 64 डॉग्स का टीकाकरण हो चुका है। इसका नतीजा – सोसाइटी में इंसानों और स्ट्रीट डॉग्स, दोनों के लिए एक ज्यादा स्वस्थ और शांतिपूर्ण माहौल बना।”
ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया ने लखनऊ नगर निगम के सहयोग से 2019 में शहर के पहले पशु जन्म नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की। तब से लेकर अब तक 88,000 से अधिक स्ट्रीट-डॉग्स की नसबंदी की जा चुकी है और उन्हें रेबीज-रोधी टीका लगाया गया है।