मनु भाकर के पास इतिहास पर इतिहास रचने का मौका
पेरिस ओलंपिक में दूसरा मेडल जीतकर मनु भाकर ने इतिहास तो रच दिया है. लेकिन, अब जो वो कर सकती हैं, उसका धमाका और भी जबरदस्त रह सकता है. मनु भाकर 2 मेडल से खुश नहीं होने वाली हैं. उनका इरादा अब पेरिस ओलंपिक में अपनी कामयाबी को बुलंदी के एक और शिखर पर ले जाने का होगा. वो उस महारिकॉर्ड को बनाना चाहेंगी, जिसे तोड़ पाना किसी भारतीय के लिए शायद ही कभी मुमकिन हो सके.
पेरिस में दूसरा मेडल जीतकर मनु ने ओलंपिक में 124 साल पुराने भारतीय इतिहास को दोहराया है. वो 1900 के ओलंपिक में नॉर्मन प्रिचर्ड के जीते 2 सिल्वर मेडल के बाद 2 ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं. हालांकि, पेरिस ओलंपिक में अब उनकेे पास 124 साल पुराने उस इतिहास से आगे निकलने का मौका बन गया है.
पेरिस ओलंपिक में भारत की झोली में अब तक जो दोनों मेडल गिरे, वो मनु की पिस्टल से निकली गोली की बदौलत है. लेकिन, इससे भी बड़ा कमाल तब होगा जब पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर मेडल की हैट्रिक लगाती दिखेंगी. 10 मीटर एयर पिस्टल के सिगल्स और मिक्सड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली मनु भाकर के पास 3 अगस्त को मौका होगा अपने एक और मेडल पर निशाना लगाने का. अगर वो तीसरा मेडल भी जीतती हैं तो एक ही ओलंपिक में अपनी मेडल की हैट्रिक पूरी कर लेंगी.
पेरिस ओलंपिक में तीसरा मेडल मनु भाकर महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल इवेंट में जीत सकती हैं. ये इवेंट 3 अगस्त को होगा. पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर का ये आखिरी इवेंट भी होगा. उन्होंने अपना आगाज तो ब्रॉन्ज मेडल के साथ किया है. ऐसे में जरूर चाहेंगी कि अंत उससे भी बेहतर हो. मनु भाकर अगर 25 मीटर पिस्टल में मेडल जीत पाने में कामयाब रहीं तो एक ही ओलंपिक में 3 पदक जीतने वाली भारतीय इतिहास की पहली एथलीट बन जाएंगी.