दिल्ली:
मणिपुर बीते लगभग दो महीने से हिंसा की आग में झुलस रहा है। विपक्ष पार्टियों का मानना है कि अगर मणिपुर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह हिंसा को रोक नहीं पा रहे हैं तो केंद्र सरकार उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त कर दें। आज जब मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिलने गए तो उनके इस्तीफे की खबर ने जोर पकड़ लिया। मणिपुर सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट पर जानकारी दी कि सीएम पद से इस्तीफा नहीं दूंगा। हालाँकि उनका एक फटा हुआ इस्तीफ़ा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

इससे पहले मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के समर्थन में बड़ी संख्या में महिलाएं इंफाल में मुख्यमंत्री आवास के पास एकत्र हुई और उनसे इस्तीफा ने देने की मांग कर रहीं थी। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह मणिपुर में करीब दो महीने की अशांति के बाद वह राज्य में शांति स्थापित करने में विफल रहे हैं। जिसके बाद बताया जा रहा है कि बीरेन सिंह को विकल्प दिया गया था कि या तो वह अपना इस्तीफा दे दें या फिर केंद्र हस्तक्षेप करेगा और कार्यभार संभालेगा। पर एन बीरेन सिंह ने यह जानकारी देकर कि वे मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफे नहीं देंगे, हर अफवाह को विराम लगा दिया।

मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह के इस्तीफे से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर मणिपुर की स्थिति का जिक्र किया और उनसे अनुरोध किया कि मणिपुर में शांति स्थापित करने में मदद करें।