कोरोना से महाराष्ट्र-तमिलनाडु की हालत सबसे खराब, देश के 10 राज्यों से कोविड-19 के 86% केस
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में इस बीमारी के 86 प्रतिशत मामले 10 राज्यों तक ही सीमित हैं। साथ ही स्वास्थय मंत्रालय (ministry of health) ने कहा कि 20 राज्यों की रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत 63 प्रतिशत से बेहतर है।
महाराष्ट्र, तमिलनाडु सबसे ज़्यादा प्रभावित
स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष कार्य अधिकारी राजेश भूषण (rajesh bhushan) ने कहा कि कोरोना से दो सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र (maharashtra) और तमिलनाडु (tamilnadu) हैं और देश भर में वायरस का उपचार करा रहे कुल लोगों में 50 फीसदी इन्हीं दो राज्यों से हैं।
रिकवरी रेट बेहतर
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, गुजरात और असम अन्य कोरोना प्रभावित राज्य हैं, जहां इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 36 फीसदी है। राजेश भूषण ने बताया कि कोविड-19 के कारण ठीक हुए लोगों की संख्या वर्तमान में इलाजरत लोगों की तुलना में 1.8 गुना अधिक है।
10 लाख की आबादी पर 140 टेस्ट
देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच covid-19 की जांच के बारे में उन्होंने कहा कि वर्तमान में 22 राज्य प्रतिदिन प्रति दस लाख की आबादी पर 140 जांच कर रहे हैं। वहीं देश में कोरोना से मृत्यु दर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना से मृत्यु दर 2.6 फीसदी है और यह तेजी से कम होती जा रही है। उन्होंने दावा किया कि वैश्विक मामलों की तुलना में भारत में मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम है।