सुपर स्प्रेडर के तौर पर उभर रहा है महाकुम्भ, सरकार ने ज़ाहिर की चिंता
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि ”उत्तराखंड में आयोजित महाकुंभ सुपर स्प्रेडर के तौर पर उभर रहा है। बता दें की कोरोना महामारी के कारण कुंभ के आयोजन की अवधि पहले ही घटाकर एक महीने कर दी गई है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आगाह किया है कि अगले चार सप्ताह कोरोना के लिहाज से काफी अहम रहने वाले हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, ”मौजूदा आयोजन को एक महीने का कर दिया गया है, जहां तक सुपर स्प्रेडर इवेंट्स का सवाल है तो केंद्र की तरफ से ऐसे आयोजनों को लेकर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।” नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि उम्मीद है कि ऐसे आयोजनों के दौरान एसओपी का पालन किया जा रहा होगा।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं। खासतौर से पंजाब, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र को लेकर उन्होंने फिक्र जताते हुए टेस्ट बढ़ाने की भी सलाह राज्यों को दी है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र और पंजाब में टेस्ट बढ़ने की बजाय कम हो रहे हैं। टेस्ट फिर से बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के कुल मामलों में से करीब 58 फीसदी मामले महाराष्ट्र में आ रहे हैं। वहीं कोरोना से जो मौतें हो रही हैं, उनमें से भी 34 फीसदी महाराष्ट्र से हैं।
वहीं नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। कोरोना इस बार बीते साल के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है। ऐसे में अगले चार सप्ताह काफी अहम रहने वाले हैं। हमें इसे हराना होगा और एक बार फिर से इस वायरस के खिलाफ जंग जीतनी होगी। वैक्सीनेशन को लेकर राजेश भूषण ने कहा कि हमने कोरोना से ज़्यादा प्रभावित राज्यों में पहले से ही ढील दी हुई है। पात्र लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर जाकर खुद से वैक्सीन लगवाने की छूट दी गई है। आईसीएमआर के डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि विश्वभर में रिइंफेक्शन के एक प्रतिशत मामले हैं।