संसद की कार्यवाही के दौरान बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन हुआ। उन्होंने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान विपक्ष ने वॉक आउट किया। मीडिया को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सदन से इसलिए बाहर चले गए क्योंकि प्रधानमंत्री धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते समय कुछ गलत बातें बोल रहे थे। झूठ बोलना, लोगों को गुमराह करना और सच के खिलाफ बोलना उनकी आदत है।

खड़गे ने कहा कि मैंने उनसे पूछा कि उन्होंने संविधान नहीं बनाया और वे इसके खिलाफ हैं। मैं बस यह स्पष्ट करना चाहता था कि कौन संविधान के पक्ष में है और कौन इसके खिलाफ है। आरएसएस ने 1950 में अपने संपादकीय में लिखा था कि संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें भारत के इतिहास के बारे में कुछ नहीं है। उन्होंने संविधान का विरोध किया। वे शुरू से ही इसके खिलाफ हैं और वे कहते हैं कि वे इसके पक्ष में हैं। अंबेडकर, नेहरू के पुतले जलाए गए। अब वे कह रहे हैं कि हम इसके खिलाफ हैं।