लखनऊ भी बन सकता है स्टार्टअप्स का हब
सीआईआईई.को के भारत इन्क्लूज़न इनिशिएटिव में इनोवेटर्स ने दिखाया अपना हुनर
तौक़ीर सिद्दीक़ी
देश में स्टार्टअप्स का जब भी नाम आता है तो सबसे पहले लोगों का ध्यान बंगलुरु और चेन्नई जैसे शहरों की तरफ जाता है लेकिन आज पता चला कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उभरते एंटरप्रेन्योर्स और इनोवेटर्स की एक बड़ी संख्या है.
दरअसल सीआईआईई.को भारत इन्क्लूज़न इनिशिएटिव ने शहर के उभरते हुए स्टार्टअप्स के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें काफी संख्या में लखनऊ के उभरते हुए एंटरप्रेन्योर्स ने शिरकत की. इन स्टार्टअप्स के सीईओज़ ने अपने आइडियाज को इन्क्यूबेटर्स के सामने रखा।रखा। कार्यक्रम में लगभग हर क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप्स ने भागीदारी की, कुछ स्टार्टअप्स के इनोवेटिव आइडियाज तो कमाल के थे, कार्यक्रम में जिस प्रकार लखनऊ के स्टार्टअप्स ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई उसे देख कर तो यही लगता है कि लखनऊ भी स्टार्टअप्स का हब बन सकता है, ज़रुरत है तो बस इन उभरते एंटरप्रेन्योर्स और इनोवेटर्स को लोगों तक पहुँचाने की है.
सीआईआईई.को ने अपने छठे फाइनेंशियल इन्क्लूज़न लैब समूह के लॉन्च को लेकर इनक्यूबेशन और एक्सेलरेशन सपोर्ट प्रदान करने के लिए लखनऊ के स्टार्टअप्स को आमंत्रित किया था। भारत इन्क्लूज़न इनिशिएटिव ने भारत के 15 शहरों में एक्सक्लूसिव रोड शो की मेजबानी करने के साथ विभिन्न राज्यों में 750 से अधिक स्टार्टअप को अपने साथ जोड़ चूका है |
भारत इन्क्लूज़न इनिशिएटिव यानि बीआईआई उन तमाम क्षेत्रों के स्टार्टअप से एप्लिकेशन को आमंत्रित करता है जिनका लक्ष्य आजीविका के अवसरों और कम आय वाले प्रतिभागियों के वित्तीय स्वास्थ्य को बढ़ाना है। इस पहल का उद्देश्य स्टार्टअप को वंचित समुदायों के लिए प्रासंगिक समाधान तैयार करने में सक्षम बनाना है।
कार्यक्रम में आये स्टार्टअप्स के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए सीआईआईई.को की प्रतिनिधि ने विस्तार से सारी प्रक्रिया के बारे में बताया और उनके सवालों के समुचित जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया। उन्होंने बताया कि चयनित स्टार्टअप के पास बाजार सत्यापन के लिए 25 लाख रुपये तक की पूंजी सहायता और एक्सपर्ट गाइडेंस के साथ इन्वेस्टर कनेक्शन, एमएससी कंसल्टिंग द्वारा तकनीकी सहायता तथा 50 लाख से अधिक के सर्विस पार्टनर के समर्थन प्रदान किये जाएंगे।
इस पहल के जरिए दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले कम आय वाले ग्राहकों तक पहुंचने के लिए इनोवेटिव प्रोडक्ट्स और साझेदारी के माध्यम से एंटरप्रेन्योर्स के एक इकोसिस्टम का निर्माण करना है, जिसमे बीआईआई डोमेन ज्ञान, प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता, परामर्श और बाजार तक अपनी पहुंच प्रदान कर उनके जीवन में इंक्लूसिव, लाभकारी व्यवसायों को सफल बनाने में उनकी मदद कर रहा है।
जहां तक संभव हो पाया है, यह प्रोग्राम्स, फेलोशिप और फंडिंग के माध्यम से भारतीय जन बाजार की सेवा करने वाले व्यवसायों का समर्थन करता है। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, जेपी मॉर्गन, माइकल एंड सुसन डेल फाउंडेशन, मेटलाइफ फाउंडेशन, ओमिडयार नेटवर्क द्वारा समर्थित और एमएससी कंसल्टिंग के सहयोग से, बीआईआई ने पिछले 5 कोहॉर्ट्स में 42 से अधिक स्टार्टअप्स को इनक्यूबेट किया है, जिन्होंने 30 मिलियन ग्राहकों को सेवा प्रदान करने के लिए कुल मिलाकर $80 मिलियन से अधिक की राशि जुटाई है।