लोकसभा चुनाव: पहले चरण की 102 लोकसभा सीटों के लिए नोटिफिकेशन जारी
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है. पहले चरण की 102 लोकसभा सीटों के लिए आज अधिसूचना जारी हो गई है. उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड सहित 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवार आज से नामांकन भर सकेंगे. पूर्वोत्तर के छह राज्यों, जिसमें लोकसभा की 9 सीट हैं. दक्षिण भारत के तमिलनाडु की सभी 39 सीटें और लक्ष्यद्वीप की एक लोकसभा सीट पर पहले ही फेज में चुनाव पूरी तरह से निपट जाएंगे. पहले चरण में 21 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को मतदान है.
लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की जिन 21 राज्यों की 102 सीटों पर नामांकन शुरू हो रहा है, उसमें बिहार में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 28 मार्च है. इसके अलावा बाकी 20 राज्यों में 27 मार्च तक नामांकन कर सकेंगे. नामांकन वापस लेने की तारीख 30 मार्च है जबकि बिहार में दो अप्रैल तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. पहले फेज के लिए 19 अप्रैल को सभी 102 लोकसभा सीटों पर एकसाथ मतदान होंगे जबकि नतीजे 4 जून को आएंगे.
पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश की 2, बिहार की 4, असम की 4, छत्तीसगढ़ की 1, मध्य प्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 5, मणिपुर की 2, मेघालय की 2, मिजोरम की 1, नागालैंड की 1, राजस्थान की 12, सिक्किम की एक, तमिलनाडु की 39, त्रिपुरा की एक, उत्तर प्रदेश की 8, उत्तराखंड की 5, पश्चिम बंगाल की 3, अंडमान एंड निकोबार की 1, जम्मू-कश्मीर की 1, लक्षद्वीप की 1 और पुडुचेरी की 1 लोकसभा सीट शामिल है.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में यूपी की 8 संसदीय सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. इसमें पश्चिमी यूपी की सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीट शामिल है. 2019 के लोकसभा चुनाव में इन आठ सीटों में से तीन बीजेपी, तीन बीजेपी और दो सीट सपा ने जीती थीं. पिछली बार सपा-बसपा-आरएलडी का गठबंधन था, लेकिन इस बार सियासी हालत बदल गए हैं. आरएलडी ने बीजेपी के साथ हाथ मिला रखा है तो सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है.
बसपा अकेले चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रही है. बीजेपी गठबंधन ने पहले चरण की आठ में से चार सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर रखा है तो सपा ने भी चार सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर रखे हैं. बसपा ने पहले चरण की पांच सीटों पर अपने कैंडिडेट के नाम की घोषणा कर रखी है. प्रथम चरण के 8 लोकसभा क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं. इनमें 76.23 लाख पुरुष जबकि 67.14 लाख महिला मतदाता हैं. वहीं 824 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं.
बिहार की चार और मध्य प्रदेश की छह लोकसभा सीट पर पहले चरण में चुनाव होने हैं. मध्य प्रदेश की सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीट है. वहीं, बिहार की औरंगाबाद, नवादा, गया और जमुई सीट पर पहले चरण में चुनाव होने हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की इन 6 लोकसभा सीटों में से पांच सीटें बीजेपी ने जीती थी तो एक सीट छिंदवाड़ा कांग्रेस को मिली थी.
बिहार की जिन चार सीटों पर पहले चरण में चुनाव है, उन सभी सीट पर 2019 में एनडीए ने जीत हासिल की थी. जमुई और नवादा सीट एलजेपी ने तो गया सीट जेडीयू जबकि औरंगाबाद सीट बीजेपी ने जीती थी. बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर रखा है तो कांग्रेस ने छिंदवाड़ा सीट पर उम्मीदवार उतारा है. बिहार की एक भी सीट पर अभी तक किसी ने भी कोई कैंडिडेट घोषित नहीं किए हैं.
राजस्थान की 25 लोकसभा सीट में से 12 सीट पर पहले चरण में चुनाव होने हैं. पहले फेज में श्रीगंगानगर, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर सीट शामिल है. 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 12 में से 11 सीट जीती थी जबकि एक सीट पर आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल सांसद चुने गए थे.
पहले चरण में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर चुनाव पहले चरण में हैं. गढ़वाल, हरिद्वार, अल्मोड़ा, नैनीताल और टिहरी गढ़वाल सीट है. बीजेपी ने सभी पांचों सीटें 2014 और 2019 दोनों ही चुनाव में जीतने में सफल रही थी. बीजेपी ने गढ़वाल सीट पर अनिल बलूनी, हरिद्वार सीट पर त्रिवेंद्र सिंह रावत, अल्मोड़ा से अजय टम्टा को, नैनीताल से अजय भट्ट और टिहरी गढ़वाल सीट माला राज्य लक्ष्मी को टिकट दिया है. कांग्रेस ने गढ़वाल से गणेश गोदियाल, टिहरी से जोत सिंह गुनसोला और अल्मोड़ा सीट से प्रदीप टम्टा को प्रत्याशी बनाया जबकि हरिद्वार और नैनीताल सीट पर अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किए.
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 5 और पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से तीन सीट पर पहले चरण में चुनाव है. महाराष्ट्र की सीटरामटेक, नागपुर, भंडारा -गोंदिया, गढ़चिरौली -चिमूर और चंद्रपुर सीट है. बंगाल की कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी सीट है. 2019 में बीजेपी ने बंगाल की इन तीनों सीट पर जीत दर्ज की थी. बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी सियासी समीकरण दिख रहे हैं. बीजेपी और टीएमसी अलग-अलग चुनावी किस्मत आजमा रही हैं तो लेफ्ट और कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पूर्वोत्तर के सात राज्यों की 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव हैं, जिसके लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. पहले फेज में अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और सिक्किम में भी वोटिंग होगी. इसमें अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और मणिपुर में लोकसभा की दो सीटें हैं। मिजोरम, नगालैंड और सिक्किम में लोकसभा की 1-1 सीट है. इसके अलावा असम की चार लोकसभा सीट पर भी पहले ही चरण में चुनाव है, जिसमें काजीरंगा, सोनितपुर, लखीमपुर, डिब्रूगढ़ सीट शामिल है. इसके अलावा त्रिपुरा की एक सीट पर भी पहले चरण में चुनाव है, जहां पर बीजेपी का कब्जा है.
दक्षिण भारत के चार राज्यों की 42 सीटों पर पहले चरण में चुनाव है, जिसमें तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीट शामिल हो तो केंद्र शासित प्रदेश में लक्ष्यद्वीप व अंडमान निकोबर की एक-एक सीट है. इसके अलावा एक सीट पुडुचेरी की है. 2019 के लोकसभा चुनाव में डीएमके ने 39 में से 24 सीटें जीती थीं, जबकि पुडुचेरी मिलाकर नौ सीटें कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम ने दो-दो, वीसीके और आईयूएमल ने एक-एक और एआईडीएमके ने एक सीट जीती थी.
पुडुचेरी सीट कांग्रेस के पास है, पिछली बार कांग्रेस के वी वैथिलिंगम ने जीती थी. लक्षद्वीप और अंडमान की एक-एक सीट पर पहले चरण में ही चुनाव है. लक्षद्वीप में एनसीपी के मोहम्मद फैसल जीते थे जबकि अंडमान निकोबार में कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है, लेकिन यहां पिछले कुछ बार से कांग्रेस और बीजेपी बारी-बार से जीतते रहे हैं.