दिल्ली:
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के खुलास से मचे हंगामे के बीच एलआईसी ने सोमवार को कहा कि इस रिपोर्ट पर हम कुछ दिनों में अडानी ग्रुप के प्रबंधन से बात करेंगे। हमें सवाल पूछने का अधिकार है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के खुलासे में अडानी समूह पर उच्च ऋण स्तर और टैक्स हैवन के उपयोग का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद से समूह सवालों के घेरे में आ गया है।

रिपोर्ट के अनुसार एलआईसी के प्रबंध निदेशक राज कुमार ने कहा कि वर्तमान खुलासों से ऐसी स्थिति पैदा हो रही है और हमें यकीन नहीं है कि वास्तविक स्थिति क्या है। चूंकि हम एक बड़े निवेशक हैं, इसलिए हमें प्रासंगिक सवाल पूछने का अधिकार है और हम निश्चित रूप से जल्द ही उनसे बात करेंगे।

बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर उच्च ऋण स्तर और टैक्स हैवन के उपयोग समेत कई फर्जीवाड़े के संगीन आरोप लगाए हैं। कंपनी पर व्यवस्थित तरीके से देश को लूटने के आऱोप लगे हैं। अडानी ग्रुप की ओर से इन आरोपों के जवाब दिए गए हैं। अडानी ग्रुप ने सभी सवालों के जवाब देते हुए हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को झूठा और देश को बदनाम करने वाला बताया है।

अडानी ग्रुप के जवाब पर एक बार फिर हिंडनबर्ग ने पलटवार करते हुए अडानी ग्रुप के 413 पन्नों के जवाब पर कहा कि हमारी रिपोर्ट को भारत पर सोचा समझा हमला करार देकर अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की गई है। अडानी ग्रुप ने कंपनी के अध्यक्ष गौतम अडानी की संपत्ति में बढ़ोत्तरी को भारत की सफलता के साथ जोड़कर दिखाने की कोशिश की है। लेकिन हमारा मानना है कि भारत का लोकतंत्र काफी जीवंत है, आने वाले भविष्य का भारत सुपरपॉवर है। लेकिन अडानी ग्रुप ने भारत के भविष्य को पीछे ढकेलने की कोशिश की है। कंपनी व्यवस्थित तरह से देश को लूट रही है और खुद को राष्ट्रवाद की आड़ में बचा रही है।