लखनऊ:
लक्ष्य की आशियाना टीम ने लक्ष्य कमांडरों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन लखनऊ के आशियाना में स्थित लक्ष्य के जिला कार्यालय में किया। इस प्रशिक्षण शिविर के मुख्य वक्ता रहे बैंगलोर से आए लक्ष्य के चीफ कमांडर डॉ खजान सिंह व लक्ष्य कमांडर अंजू सिंह। इस अवसर पर विस्तार से सामाजिक चर्चाऐं की गई तथा सामाजिक आंदोलन में महिलाओं की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।

महापुरुषों के जीवन का आत्मसार कर लो तो सामाजिक परिवर्तन के अर्थ को अच्छे से समझ लोगे अर्थात् महापुरूर्षों का जीवन संघर्षों से भरा हुआ है जिसमें कदम कदम पर त्याग ही त्याग दिखता है, वे अपने लिए नहीं जिए वे तो समाज के लिए जिए, जिनका त्याग आज भी हमें मान सम्मान का जीवन दे रहा है अर्थात् बहुजन समाज के लोगों को जानवर की जिंदगी से बाहर निकालकर देश का हुक्मरान तक बना दिया। अगर इस मान सम्मान के जीवन को बरक़रार रखना है तो हमें उनके संघर्षों को हमेशा अपने जीवन में याद रखना होगा और उस संघर्ष को जारी रखना होगा।

हमें अपने आपको सामाजिक परिवर्तन के आंदोलन से जोड़ना होगा, घर घर गांव गांव जाकर बहुजन समाज के लोगों को उनके अधिकारों के लिए जागरूक करना होगा। यह बात बैंगलोर से आये लक्ष्य के चीफ कमांडर डॉ खजान सिंह व लक्ष्य कमांडर अंजू सिंह ने कही |

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जब महापुरूर्षों ने समाज के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया तो क्या हम लोग अपने लिए भी खड़े नहीं हो सकते है। उन्होंने बहुजन समाज के लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आओ मिलकर महापुरुषों के संघर्ष की मशाल को आगे बढ़ाएं |

लक्ष्य के चीफ कमांडर ने सामाजिक परिवर्तन के आंदोलन में लक्ष्य की महिला कमांडरों के योगदान की जोरदार प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर ऐसे ही समाज की महिलाऐं अपने अधिकारों के लिए मोर्चा संभालेंगी तो हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता है |