लखीमपुर चीरहरण मामले में सीओ और SHO सस्पेंड
लखनऊ: लखीमपुर में महिला प्रस्तावक के साथ बदसलूकी का मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने इस मामले में क्षेत्राधिकारी और थाना आधिकारी को सस्पेंड करने के दिए निर्देश दिए हैं. महिला से बदसलूकी करने वाला युवक निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थक निकला है. स्थानीय पुलिस इस मामले की गहनता से जांच पड़ताल कर रही है. सीएम योगी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. घटनास्थल पर तैनात जिम्मेदार अधिकारियों और माहौल बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ तत्काल कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
गुरुवार को उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए चल रहे नामांकन के अंतिम दिन लखीमपुर खीरी में एक शर्मनाक घटना सामने आई थी. जिले के पसगवां ब्लाक में सपा प्रत्याशी रीतू सिंह का नामांकन भाजपा कार्यकर्ताओं ने नहीं करने दिया. आरोप है कि ब्लॉक में दाखिल हो रहीं सपा प्रत्याशी के साथ मारपीट और बदसलूकी की गई और उनकी साड़ी भी खींची. इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए सरकार पर तीखा प्रहार किया.
गुरुवार को ब्लॉक प्रमुख के चुनावों को गुरुवार को जमकर बवाल हुआ. श्रावस्ती में नामाकंन पत्र को लेकर जमकर बवाल हुआ. वहीं सीतापुर में नामांकन के दौरान फायरिंग भी हो गई. उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख के चुनावों को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला. श्रावस्ती में नामाकंन पत्र ना मिलने पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर हंगामा किया गया. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ इकौना के ब्लॉक परिसर में जाने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में जमकर झड़प हुई. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगया कि उन्हें नामांकन पत्र नही दिया गया. इसे लेकर जमकर नारेबाजी भी की गई. देखते ही देखते माहौल इतना बिगड़ गया कि पीएसी तैनात कर दी गई.