हाथरस
भोले बाबा का नाम नारायण साकार हरि है। वह एटा जिले की पटियाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। 26 साल पहले उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़कर प्रवचन शुरू किया था। वह बताते हैं कि उनकी शुरुआती पढ़ाई एटा में हुई। फिर उनकी इंटेलिजेंस ब्यूरो की नौकरी लगी। वर्ष 1990 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा देकर अध्यात्म का रास्ता अपनाया।

आध्यात्मिक जीवन में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर साकार विश्व हरि रख लिया। नारायण साकार किसी अन्य बाबा की तरह भगवा पोशाक नहीं पहनते। वह अपने सत्संग में सफेद सूट, टाई और जूते में नजर आते हैं। कई बार कुर्ता-पजामा और सिर पर सफेद टोपी भी लगाकर सत्संग करने पहुंचते हैं।

नारायण साकार हरि, खुद को हरि का शिष्य कहते हैं। अक्सर अपने प्रवचन में कहते हैं कि साकार हरि पूरे ब्रह्मांड के मालिक हैं। भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं।

बता दें कि यूपी के हाथरस जिले के सिकंदरा राव तहसील में मंगलवार को भोले बाबा की सत्संग में भगदड़ मचने से कम से कम 116 लोगों की मौत हो गई, पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि यह आंकड़ा बढ़ सकता है।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के कारणों की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ पुलिस कमिश्नर सहित एक टीम का गठन किया है।