हारते हारते जीत गया KKR
कोलकाता नाइट राइडर्स ने कुछ दिनों के इंतजार के बाद सनराइजर्स हैदराबाद से अपना हिसाब बराबर कर लिया है. अपने गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की मदद से कोलकाता ने आखिरी ओवरों में जबरदस्त वापसी की और हैदराबाद को 5 रन से हरा दिया. इसके साथ ही कोलकाता ने प्लेऑफ की अपनी उम्मीदों को बरकरार भी रखा है. एक और बेहद ही रोमांचक मैच खेला गया हैदराबाद के मैदान में और अभी भी प्लेऑफ़ की दौड़ से कोई भी टीम बाहर नहीं हुई है। पिछले 9 मुक़ाबलों में यह आठवीं बार है जब होम टीम हारी है। अंक तालिका में अभी भी कोलकाता 8वें स्थान पर ही है लेकिन अभी भी उनकी उम्मीदें “ज़िंदा हैं”
मैच के बाद नितीश राणा ने कहा, हमने बीच में दो तीन ओवर काफी लूज़ गेंद डाली लेकिन शार्दुल और वैभव को गेंद देने का मैंने गैंबल किया और यह काम आया। पहले मैंने शार्दुल से अंतिम ओवर डलवाने का सोचा था लेकिन इसके बाद मैं शार्दुल के पास गया और उससे बात की, जिसके बाद मैंने अपने बेस्ट गेंदबाज़ के साथ जाना सही समझा।
कोलकाता को इससे पहले अपने घर में सनराइजर्स हैदराबाद से हार का सामना करना पड़ा था. इस बार कोलकाता ने हैदराबाद को उसके घर में हराकर अपनी हार का बदला ले लिया. कोलकाता की ये इस सीजन में चौथी जीत है, जबकि हैदराबाद की छठी हार है.
सनराइजर्स हैदराबाद की शुरुआत तो तेज थी और मयंक अग्रवाल के दम पर तीसरे ओवर तक ही स्कोर 29 रन हो गया था. इसके बाद हालांकि टीम ने छठे ओवर तक 3 विकेट गंवा दिये. हालांकि, टीम ने पावरप्ले खत्म होने तक 50 का आंकड़ा पार कर लिया था लेकिन मयंक, अभिषेक शर्मा और राहुल त्रिपाठी पवेलियन लौट गए थे. वहीं 13 करोड़ वाले हैरी ब्रूक का खराब दौर जारी रहा और लगातार दूसरे मैच में शून्य पर आउट हो गए.
सिर्फ 54 रन पर ही हैदराबाद ने अपने 4 विकेट गंवा दिये थे और स्थिति उसके खिलाफ नजर आ रही थी. कप्तान एडन मार्करम एक तरफ से जमे रहे और दूसरी ओर से हेनरिख क्लासन ने ताबड़तोड़ बैटिंग शुरू की. साउथ अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज ने सिर्फ 20 गेंदों में 36 रन बनाकर टीम की वापसी कराई.
यहां पर गेम फिर से बदल गया. 15वें और 17वें ओवर में पहले क्लासन और फिर मार्करम आउट हो गए. फिर 19वें ओवर में रहमानुल्लाह गुरबाज ने एक बेहतरीन कैच लेकर मार्को यानसन को पवेलियन लौटा दिया. आखिरी ओवर में 9 रनों की जरूरत थी. आखिरी ओवर कराने आए वरुण चक्रवर्ती ने अब्दुल समद का विकेट लेते हुए सिर्फ 3 रन दिये और केकेआर की जीत पर मुहर लगाई.
केकेआर ने इस सीजन में सिर्फ एक मैच को छोड़कर हर मैच में पावरप्ले में कम से कम एक विकेट गंवाया था और ये कहानी इस बार भी नहीं बदली. हैदराबाद के खिलाफ तो बल्कि टीम का ने पावरप्ले में ही 3 विकेट गंवा दिये. रहमानुल्लाह गुरबाज और वेंकटेश अय्यर तो दूसरे ओवर में ही मार्को यानसन का शिकार हो गए. वहीं जेसन रॉय भी पांचवें ओवर में आउट हो गए और स्कोर सिर्फ 35 रन था.
हालात अच्छे नहीं थे लेकिन यहां पर कप्तान नीतीश राणा और रिंकू सिंह ने दबने के बजाए काउंटर अटैक किया. दोनों के बीच 40 गेंदों में 61 रनों की साझेदारी हुई, जिसने कोलकाता को 11 ओवरों में 90 रनों के पार पहुंचा दिया. यहां पर राणा का विकेट गिरा लेकिन आंद्रे रसेल ने तेजी से कुछ रन बनाकर रफ्तार को गिरने नहीं दिया.
इसके बाद हालांकि कोई और बल्लेबाज बड़ा योगदान नहीं दे सका लेकिन रिंकू सिंह आखिरी ओवर तक टिके रहे. उन्होंने और अनुकूल रॉय ने कुछ शॉट्स लगाकर टीम को 20 ओवरों में 9 विकेट पर 171 रन के स्कोर तक पहुंचाया. हैदराबाद के लिए यानसन के अलावा टी नटराजन ने भी 2 विकेट लिये.