किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर बना छावनी, धारा 144 लागू
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में जहां भी किसान धरना प्रदर्शन हो रहा है उसे तत्काल प्रभाव से खत्म कराया जाए। अब इसके बाद गाजियाबाद जिलाधिकारी ने नए कृषि संबंधी तीन कानूनों के विरोध में दिल्ली-यूपी गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 2 महीने से चले आ रहे आंदोलन को खाली कराने के निर्देश दिए गए हैं। धरना स्थल पर धारा 144 लागू कर दी गई है। साथ हीं भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है।
किसानों को अल्टीमेटम
इसको लेकर किसानों को अल्टीमेटम दे दिया गया है और कहा गया है कि आज रात तक धरने स्थल को खाली कर दें। फिलहाल अधिकारी इस योजना पर काम कर रहे हैं कि कैसे जगह को खाली कराया जाए। बता दें दिल्ली-यूपी-गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है।
राकेश टिकैत ने किसानों को सम्बोधित किया
इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर किसानों को संबोधित किया। टिकैत ने सीधे-सीधे कहा कि कोई जगह नहीं खाली होगी। उन्होंने कहा है कि जिसे जो करना है कर ले। पुलिस गोली चलाए। हम गोली खाएंगे लेकिन जगह खाली नहीं होगी। राकेश टिकैत ने सख्त लहजे में कहा है कि प्रशासन गुंडागर्दी कर रहा है। यदि कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। अब राकेश टिकैत ने अनशन पर बैठने और दाना-पानी छोड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि यदि ये कानून वापस नहीं होता है तो आत्महत्या कर लूंगा।