दिल्ली:
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बड़ी संख्या में सीटों के साथ सत्ता हासिल की है, लेकिन राज्य में सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, इसे लेकर दिल्ली में घमासान मचा हुआ है. कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार आज दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. कर्नाटक के सीएम पद के दूसरे मजबूत उम्मीदवार कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं.

कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने बताया है कि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सीएम चुनने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी से विचार-विमर्श के बाद मंगलवार को नए सीएम के नाम की घोषणा की जा सकती है. नए सीएम को 18 या 20 मई को शपथ दिलाई जा सकती है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति का चयन करना कांग्रेस के लिए एक अत्यंत कठिन कार्य बन गया है। हाईकमान किसी को नाराज नहीं करना चाहता। न सिद्धारमैया को, न डीके शिवकुमार को। अब सबकी मंशा है कि कोई ऐसा फॉर्मूला खोजा जाए जिससे दोनों खुश हो जाएं। इस बीच दोनों कद्दावर नेताओं के बीच ‘सत्ता संतुलन’ को लेकर दो फॉर्मूले चर्चा में हैं। पहला- फैसला पर्ची से लेना चाहिए। दूसरा- सीएम कार्यकाल को दो हिस्सों में बांटा जाए। तीसरी चर्चा दो डिप्टी सीएम बनाने को लेकर भी है।

सूत्रों के मुताबिक अभी तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक माना जा रहा है कि सिद्धारमैया को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. वहीं डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा. इसके अलावा संतुलन के लिहाज से शिवकुमार के साथ एक अन्य को भी डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है. इसके साथ ही डीके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी बने रहेंगे। हालांकि, अंतिम फैसला मल्लिकार्जुन खड़गे को लेना है।