इंडो-तिब्बत बॉर्डर पर आखिरी गांव माना तक पहुंची जियो 4जी सर्विस
देहरादून
रिलायंस जियो ने इंडो-तिब्बत बॉर्डर पर भारत के आखिरी गांव माना में 4जी सर्विस चालू कर दी है। उत्तारखंड के चमोली जिले के माना गांव में पहली बार मोबाइल की घंटी बजी है। रिलायंस जियो माना गांव क्षेत्र में सर्विस देने वाला पहला ऑपरेटर बन गया है। अब तक इस एरिया में किसी भी तरह की दूरसंचार कनेक्टिविटी उपलब्ध नही थी।
स्वर्ग के द्वार के तौर पर मशहूर माना गांव को उत्तराखंड सरकार ने ‘टूरिज्म विलेज’ का तमगा दिया हुआ है। अब जियो 4जी दूरसंचार सेवाएं शुरू होने से सैलानियों की तादाद में इजाफा होने की उम्मीद है। इससे स्थानीय टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को भी फायदा होगा।
यह मोबाइल टावर साइट, माना गांव क्षेत्र में सेवारत आईटीबीपी कर्मियों, ग्रामीणों और पर्यटकों को 4जी वॉयस और डेटा सेवाएं प्रदान करेगी। यह भीम शिला, व्यास गुफा, गणेश गुफा आदि जैसे अन्य महत्वपूर्ण पर्यटक और धार्मिक क्षेत्रों को भी कवर करेगी।
इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक वीडियो संदेश में कहा “हमारे माननीय प्रधान मंत्री के ‘डिजिटल इंडिया’ विज़न के अनुरूप और उत्तराखंड को ‘डिजिटल देवभूमि’ में बदलने के अपने प्रयास में आज, जियो उत्तराखंड के आखिरी भारतीय गांव माना तक 4 जी सेवा लाने में सफल रहा। माना गांव में जियो द्वारा 4जी सेवा की शुरुआत सराहनीय है। इतने दूर दराज़ के इलाके में टावर लगाने वाला जियो पहला ऑपरेटर है। मैं जियो को धन्यवाद देना चाहता हूं, वे डिजिटल परिदृश्य पर राज्य के विकास की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही उत्तराखंड के नागरिकों के लाभ के लिए जियो अपनी 5जी सेवाएं शुरू कर देगा।“
माना गांव में 4जी सेवाओं के वर्चुअल लॉन्च कार्यक्रम में बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजेंद्र, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डेवलेपमेंट एजेंसी (ITDA), उत्तराखंड के डायरेक्टर अमित सिन्हा और रिलायंस जियो के प्रमुख अधिकारी शामिल हुए।