अडानी एंटरप्राइजेज के FPO से निवेशकों ने बनाई दूरी
अडानी एंटरप्राइजेज FPO पर हिंडनबर्ग की निगेटिव रिपोर्ट की मार पड़ी हैऔर निवेशक एफपीओ से दूर बने हुए हैं. इश्यू के दूसरे दिन दोपहर 4 बजे तक यह FPO सिर्फ 2 फीसदी ही सब्सक्राइब हुआ है जिसमें रिटेल निवेशकों का हिस्सा 0.04 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. Hindenburg की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप शेयरों को लेकर सेंटीमेंट खराब किया है.
हाई नेट वर्थ इनडिविजुअल के लिए रिजर्व हिस्सा 1 फीसदी तो रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 2 फीसदी भरा है. कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्सा भी 11 फीसदी भी गया है. जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने अभी बॉइंग शुरू नहीं की है. Adani Enterprises का एफपीओ 27 जनवरी 2023 को खुला है, जिसमें निवेशक 31 जनवरी तक पैसा लगा सकेंगे. यह भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा एफपीओ है, जिसका साइज 20,000 करोड़ रुपये है. बता दें कि एफपीओ से पहले कंपनी ने एंकर निवेशकों से 5,985 करोड़ जुटाए हैं.
आज इंट्राडे में Adani Total Gas में 20 फीसदी तक गिरावट आई है. Adani Wilmar आज 5 फीसदी और अडानी ग्रीन एनर्जी 20 फीसदी तक कमजोर हुआ. Adani Power में 5 फीसदी तक गिरावट आई. Adani Transmission इंट्राडे में 19 फीसदी टूट गया है तो NDTV में 4 फीसदी कमजोरी रही. हालांकि इंट्राडे में Adani Enterprises में 10% तक की तेजी देखने को मिली है. वहीं बाजार बंद होने पर यह 3 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ.
अडानी इंटरप्राइजेज ने FPO के लिए प्राइस बैंड 3112-3276 रुपये रखा है. इसके लिए फ्लोर प्राइस 3,112 रुपये प्रति शेयर और कैप प्राइस 3,276 रुपये प्रति शेयर है. अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में भी क्रेज नहीं है.