भारत-नेपाल जैसा अनूठा सम्बन्ध विश्व मे कहीं नही: संजय गौतम
- भारतीय राजनैतिक सचिव बोले, रोटी-बेटी सम्बन्ध दुनिया मे अनूठी मिशाल
- नेपाल-भारत मैत्री संघ का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच। भारत-नेपाल का संबंध सभी पड़ोसी देशों से कहीं अधिक बेहतर है, दो देशों का ऐसा अनूठा सम्बन्ध विश्व मे कहीं नही है। यह बाते सांसद संजय गौतम ने पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के शहर नेपालगंज स्थित एक थ्री स्टार होटल के सभागार में आयोजित भारत-नेपाल मैत्री संघ की सांतवे राष्ट्रीय सम्मेलन मे कही।
उन्होंने कहा कि नेपाल में कहीं-कहीं विदेशियों के बहकावे में एन्टी इंडियन सोच दिखाई पड़ती है जो फिलहाल नेपाल के हित मे नही है। ऐसी सोच रखने वाले इसे राष्ट्रवाद की संज्ञा देते हैं जो सरासर गलत है। भारत-नेपाल के संबंध सरकारों के संबंध नही हैं, ये संबंध जनस्तरीय हैं। नेपाल में फैल रहा वेटिकन सिटी का प्रभाव भी हमारी वैदिक संस्कृति का शोषण कर रहा है। कभी हम चीन की ओर भी भागते हैं जबकि हमारी मूल संस्कृति वेद वेदाङ्ग सहित प्राचीन सभ्यता से ओतप्रोत है।
सांसद ने कहा कि हम भारत के व भारतीय नेपाल के तीर्थों पर मत्था टेकते है। इससे बड़ी सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक एकता का उदाहरण विश्व मे कहीं नही मिलता। उन्होने कहा कि कोविड-19 को लेकर बॉर्डर पर समस्याएं है जिनका शीघ्र ही समाधान होगा। उन्होने भारत के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस दिन भारत मे कोविड-19 का टीका शुरू हुआ, उसी दिन नेपाल में भी टीकाकरण प्रारंभ कर दिया गया। भारत के सहयोग से नेपाल आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व शैक्षिक विकास के कार्य आज भी चल रहे है। नेपाल के विद्यार्थियों को बहकाकर कभी-कभी नेपाल में भारत का विरोध कराया जा रहा है जो सरासर अनुचित है।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के राजनैतिक सचिव रोहित मिश्र ने कहा कि भारत-नेपाल का संबंध अनूठा है। सरकारें आती है और चली जाती हैं परंतु मैन-टू-मैन के संबंध व रोटी-बेटी के संबंध भारत-नेपाल की दुनिया मे अनूठी मिसाल है। भारत के साथ-साथ नेपाल में भी कोविड का टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होने कहा कि नेपाल मे दैवीय आपदा के समय भारत, नेपाल के साथ खड़ा रहा है और भविष्य मे भी नेपाल के साथ खड़ा रहेगा।
नेपाल-भारत मैत्री संघ के अध्यक्ष राज कुमार सिंधी ने कहा कि नेपाल-भारत मैत्री संघ हमारे नेपाल की सभी बड़ी सामाजिक संस्था के रूप में रूपांतरित हो गयी है। 72 जिलों में इसकी दर्जनो शाखाएं व 45 से अधिक उपशाखाएं हैं। इनमें 9 हजार से अधिक आजीवन सदस्य क्रियाशील हैं। इन सबके सहयोग से भारत नेपाल के संबंध और प्रगाढ़ हो चलें हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल का यह दो दिनी राष्ट्रीय अधिवेशन चलेगा। अधिवेशन मे पूरे नेपाल से 5 सौ से अधिक लोगो ने कार्यक्रम मे सहभगिता की।
अधिवेशन को मोहम्मदी भोला सिद्दीकी, बांके जिले के अध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्त, मो0 कासिम सिद्दीकी, रमा रानी वैश्य, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तुल बहादुर साउद सहित अनेकों वक्तताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। जिसके प्रथम पेज पर ही नेपाल-भारत के राष्ट्रगान प्रकाशित किये गए हैं। अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दोनो देशों के राष्ट्रगान प्रस्तुत किये गए। नन्ही बालिकाओं ने नेपाली सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किये। अधिवेश मे रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी हेतु मतदान किया जाएगा। इस अवसर पर प्रमुख अतिथियों को बैज लगाकर अंगवस्त्र ओढ़ाये गये।