642 गेंदों वाले टेस्ट मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को हराया
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला गया सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच दूसरे दिन दूसरे सेशन में ही खत्म हो गया। टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में यह सबसे छोड़ा टेस्ट मैच रहा है। पहला टेस्ट मैच 1877 में खेला गया था। तब से 2024 तक यह पहला ऐसा मौका है कि मात्र 642 गेंदों में ही एक टेस्ट मैच खत्म हो गया। इस मैच में मात्र 107 ओवर का ही खेल देखने को मिला। यानी एक वनडे मैच में 100 ओवर होते हैं। करीब ऐसा ही यह मुकाबला रहा।
टेस्ट इतिहास में यह पहला मौका है जब सबसे जल्दी टेस्ट मैच खत्म हुआ। इससे पहले 1932 में यानी 92 साल पहले टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच मेलबर्न में 656 गेंदों में ही खत्म हो गया था। अब यहां केपटाउन टेस्ट भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 642 गेंदों में ही अंजाम तक पहुंच गया। जबकि यह इस सदी का भी पहला ऐसा टेस्ट मैच है जो इतनी जल्दी खत्म हुआ है।
टीम इंडिया ने केपटाउन के न्यूलैंड्स में पहली बार टेस्ट मैच जीता है। 1993 में भारत ने यहां पहला टेस्ट मैच खेला था। अब 31 साल बाद यहां सातवां मुकाबला खेलते हुए टीम इंडिया ने जीत अपने नाम की है। भारत ही नहीं यह किसी भी एशियाई टीम की न्यूलैंड्स में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली टेस्ट जीत है। भारतीय टीम ने यह मैच 7 विकेट से जीता। इस मुकाबले में पहले खेलते हुए साउथ अफ्रीका की टीम महज 55 रन पर ही ढेर हो गई। पहली पारी में सिराज ने 6 विकेट लिए थे। फिर दूसरी पारी में बुमराह ने 6 विकेट झटके। एडेन मारक्रम ने भी शतक लगाया। यह टेस्ट रिकॉर्ड्स के लिहाज से काफी अहम साबित हुआ है।