अदनान
श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए तीन मैचों की सीरीज के दूसरे टी20 मुकाबले में मेजबान श्रीलंका ने भारत को रोमांचक अंदाज़ में 4 विकेट से हरा दिया. आखिरी ओवर तक चले मैच में श्रीलंका के धनंजय डिसिल्वा ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए श्रीलंका को 4 विकेट से अहम जीत दिला दी. सीरीज का आखिरी और निर्णायक मैच अब 29 जुलाई को खेला जाएगा.

भारतीय गेंदबाज आखिरी समय में कसी हुई गेंदबाजी कर श्रीलंकाई बल्लेबाज को परेशान करने में सफल हो रहे हैं. इससे पहले मुख्य खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रहे भारत के ज्यादातर युवा बल्लेबाज मिले मौके का फायदा नहीं उठा सके और श्रीलंका के सामने 133 का ही लक्ष्य रख सके.

क्रुणाल पंड्या के मामले के बाद इस मैच में चार खिलाड़ियों को मौका दिया गया, लेकिन ओपनर युवा ऋतुराज गायकवाड़ (21) जमने के बाद आउट हुए, तो पहला मैच खेल रहे देवदत्त पडिक्कल (29) और नितीश राणा (9) भी असर छोड़ने में नाकाम रहे, तो अनुभवी संजू सैमसन (7) ने भी निराश किया, जो श्रीलंकाई स्पिनरों के सामने पस्त दिखाई पड़े.

इसका असर यह रहा कि भारत कोट के 20 ओवरों में 5 विकेट पर 132 रन तक ही पहुंच सका. बदले हुए हालात के बाद भारतीय टीम पर दबाव दिखाई पड़ा और बल्लेबाज उस गति से रन नहीं बना सके, जिसकी जरूरत थी. बता दें कि क्रुणाल पंड्या के संपर्क में आने वाले कई खिलाड़ी पूरी सीरीज से बाहर हो गए हैं.

नए हालात में भारतीय जोड़ी दूसरे टी20 में मैदान पर उतरी थी, पिछले मैच के मुकाबले पिच भी गेंदबाजों की मदद कर रही थी. ऐसे में करियर का आगाज कर रहे युवा ऋतुराज गायकवाड़ और धवन से ज्यादा पावर दिखाने की उम्मीद नहीं थी. हालांकि, धवन ने चमीरा के पहले ओवर में चौथी गेंद पर बेहतरीन कवर ड्राइव से चौका जड़कर तेवर जरूर दिखाए, लेकिन पावर-प्ले के 6 ओवरों में ज्यादातर समय इन पर ब्रेक ही लगा रहा.

तीसरे ओवर में जब अकिला आए, तो जरूर ऋतुराज और धवन ने एक-एक चौका और बटोरा, लेकिन ज्यादातर शुरुआती ओवरों में खामोशी ही पसरी रही और ये दोनों मिलकर 4 ओवरों में नुकसान के 45 रन ही बना सके. मतलब सतर्क रवैया और विकेट बचाने पर ज्यादा जोर, लेकिन फायदा नहीं ही हुआ इसका क्योंकि पावर-प्ले खत्म हुआ और 7वें ओवर की पहली ही गेंद पर गायवाड़ 21 रन बनाकर चलते बने.