Ind vs NZ: कानपूर में तो रहा है टीम इंडिया का कब्ज़ा
तौक़ीर सिद्दीक़ी
अभी चंद दिनों पहले ही टीम इंडिया ने तीन टी 20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज में न्यूज़ीलैण्ड का पूरी तरह सफाया कर चुकी है और अब टेस्ट सीरीज़ में भी मेहमानों के सफाये के लिए पूरी तरह तैयार है.
दो टेस्ट मैचों की इस सीरीज़ का पहला मुकाबला 25 नवंबर से कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम में खेला जाएगा, जबकि दूसरा टेस्ट मैच मुंबई में तीन दिसंबर से खेला जायेगा। इससे पहले दोनों टीमों का आमना सामना आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में आखिरी बार हुआ था। वैसे तो आप सभी क्रिकेट फैंस को दोनों टीमों के बारे में पहले से ही काफी जानकारी होगी फिर भी आइये दोनों टीमों के आंकड़ों के बारे में आज हम आपसे कुछ जानकारियां शेयर करते हैं.
अगर हम न्यूज़ीलैण्ड के भारत में प्रदर्शन की बात करें तो मेहमान टीम का रिकॉर्ड बहुत खराब है. न्यूजीलैंड की टीम भारत को उसकी सरज़मीं पर पिछले 33 सालों से नहीं हरा पाई है। न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ आखिरी जीत मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में नवंबर 1988 में जीत दर्ज की थी। तब से लेकर अब तक न्यूज़ीलैण्ड ने भारत में 17 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 9 भारत ने जीते और 8 ड्रा रहे हैं ।
वहीं दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 60 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिसमें भारत ने 21 जबकि न्यूजीलैंड ने 13 टेस्ट जीते हैं । इसके अलावा 26 मैच बराबरी पर ख़त्म हुए।
न्यूजीलैंड की टीम ने इससे पहले तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए सितंबर 2016 में भारत का दाैरा किया था। तब भारत ने मेहमान टीम को 3-0 से शिकस्त दी थी। पहला मुकाबला भारत ने 197, दूसरा 178 और तीसरा मुकाबला 321 रनों से जीतते हुए मेहमान टीम का पूरी तरह सफ़ाया किया था। अब 5 साल बाद फिर न्यूजीलैंड की टीम भारत में टेस्ट सीरीज खेलने जा रही है।
दोनों टीमों के बीच 21 टेस्ट सीरीज खेली चुकी हैं जिसमें भारत ने 11 सीरीज अपने नाम की हैं, जबकि न्यूजीलैंड सिर्फ 6 बार सीरीज जीतने में कामयाब रहा है। चार टेस्ट सीरीज ड्राॅ पर समाप्त हुई हैं।
तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज में कामयाबी के बाद टीम इंडिया के नए हेड कोच राहुल द्रविड़ के लिए लाल गेंद से यह पहला इम्तेहान है, कानपूर में कप्तानी अजिंक्य रहाणे करेंगे क्योंकि पहले टेस्ट के लिए विराट कोहली उपलब्ध नहीं हैं, विराट मुंबई में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में एक्शन में नज़र आएंगे। रहाणे की अगर बतौर टेस्ट कप्तान बात करें तो उन्होंने अबतक पांच टेस्ट मैचों में कप्तानी की है जिसमें चार में उन्हें कामयाबी मिली है और एक टेस्ट बराबरी पर समाप्त हुआ है. यानि एक कप्तान के तौर पर टीम इंडिया के लिए अजिंक्य बहुत लकी रहे हैं.
रहाणे मैच से पहले कहते हैं कि टीम के सभी नौजवान खिलाडियों के यह बड़ा अच्छा मौका है, वह कोच राहुल द्रविड़ की भी जमकर तारीफ करते हैं और कहते हैं कि राहुल भाई सभी खिलाडियों को व्यक्तिगत से रूप बैक करते हैं, और खिलाडियों को अपने तौर पर खेलने की पूरी आज़ादी है.
कानपूर के ग्रीन पार्क की बात करें तो भारत पिछले 38 बरस से यहाँ कोई टेस्ट नहीं हारा हैं, 1983 में आखरी बार उसे यहाँ वेस्टइंडीज ने हराया था. तबसे लेकर भारत यहाँ 8 टेस्ट मैच खेल चुका है, जिसमें उसे पांच मैचों में कामयाबी मिली है और तीन टेस्ट बराबरी पर ख़त्म ख़त्म हुए हैं. जहाँ तक कीवी टीम की बात है तो उसने यहाँ तीन टेस्ट खेले हैं जिसमें उसे दो मैचों में शिकस्त से दोचार होना पड़ा है जबकि एक मैच बराबरी पर छूटा है.
हालांकि इस बार दो टेस्ट मैच ही खेले जाने हैं। देखना होगा कि न्यूजीलैंड यहां हार का सिलसिला तोड़ पाती है या भारत अपनी सरजमीं पर मेहमान टीम के खिलाफ नाकाबिले शिकस्त रहता है। आंकड़े तो भारत के फेवर में ही हैं। अब देखना यह बाकी है कि भारतीय टीम मेहमानों के खिलाफ 33 सालों से मिल रही जीत का सिलसिला जारी रख पाती है या नहीं।