गुजरात में केजरीवाल ने आदिवासियों पर डाले डोरे
टीम इंस्टेंटखबर
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात के भरूच जिले के चादेलिया गांव में एक जनसभा में पहुंचे. यहां अरविंद केजरीवाल ने आदिवासी संकल्प सम्मेलन में हिस्सा लिया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘गुजरात में एक करोड़ से भी ज़्यादा आदीवासी रहते हैं, सबको मेरा प्रणाम. साढ़े 6 करोड़ गुजरातियों को इस मंच से मेरा प्रणाम. पंजाब जीतने के बाद ये हमारी पहली जनसभा है तो हम आदिवासियों के साथ रख रहे हैं. आदिवासियों पर बहुत जुल्म हुआ, पहले अंग्रेजों ने किया और अब ये कर रहे हैं. बड़ी विडंबना है कि देश के सबसे बड़े दो अमीर लोग भी गुजराती हैं और गरीब भी गुजरात से हैं’.
केजरीवाल ने आगे कहा कि ये कांग्रेस और भाजपा अमीरों के साथ खड़ी है ये अपनी सत्ता रहने तक उन्हें और अमीर बना रहे हैं. लेकिन हमारी पार्टी को आप एक मौका दीजिए, हम स्कूल बनाएंगे.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं आप लोगों से ये कहने आया हूं कि केजरीवाल भी बहुत इमोशनल हैं, जो रिश्ता बनाता है दिल से बनाया है, जिंदगी भर निभाता है. आज मैं गुजरात के साढ़े 6 करोड़ लोगों से दिल का रिश्ता बनाने आया हूं. केजरीवाल को राजनीति करनी नहीं आती, मुझे गंदी राजनीति, चोरी और भ्रष्टाचार करना नहीं आता मुझे काम करना आता.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने बाबा साहेब अंबेडकर के सपने को पूरा करने की कसम खाई है. इस साल सरकारी स्कूलों के नतीजे 99.7 प्रतिशत हैं. दूसरे राज्यों के 50-60 प्रतिशत परिणाम होता हैं. जब इन्हें पता चला कि केजरीवाल आ रहा है तो कहने लगे कि दिल्ली के स्कूल खराब हैं. आज मैं इस मंच से गुजरात के मुख्यमंत्री को दिल्ली के स्कूलों और अस्पतालों को देखने का निमंत्रण देने चाहता हूं. 27 साल इनकी सरकार थी, 5 साल और दोगे तब भी कुछ नहीं होने वाला. हमें आप एक मौका दे दो, काम ना करें तो मुझे भगा देना.
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने पेपर लीक करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, मैंने सुना है कि कल गीनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वाले इनको इनाम देने के लिए बैठक कर रहे थे, गजब सरकार है. मैंने सुना कि गुजरात के मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल कह रहे थे कि गुजरात को ऐसा कर देंगे वैसा कर देंगे, एक बच्चा खड़ा होकर बोला कि एक पेपर बिना लीक हुए करके दिखा दो.
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि ये भाजपा वाले मुझे गालियां दे रहे हैं कि मैं फ्री कर रहा हूं, इमानदार हूं, इसलिए फ्री कर रहा हूं तुम बेइमान हो इसलिए फ्री नहीं कर रहे हो. जो नेता फ्री बिजली दे, वो इमानदार जो महंगी दे वो बेइमान.