सुधरती अर्थव्यवस्था: जीएसटी कलेक्शन 1.15 लाख करोड़ के पार
नई दिल्ली: दिसंबर में अब तक का रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन रहा. इस महीने में जीएसटी कलेक्शन 1.15 लाख करोड़ को पार कर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया. यह त्योहारी सीजन की मांग और सुधरती अर्थव्यवस्था को दिखाता है. वित्त मंत्रालय ने बयान में बताया कि दिसंबर 2020 के महीने में कुल जमा जीएसटी रेवेन्यू 1,15,174 रुपये है और यह वस्तु एवं सेवा कर के 1 जुलाई 2017 को लागू होने के बाद से सबसे ज्यादा रहा है.
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि यह पिछले 21 महीनों के लिए मासिक राजस्व में सबसे ज्यादा ग्रोथ है. ऐसा महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में तेज रिकवरी और जीएसटी के फर्जी बिलों के खिलाफ देश भर में कार्रवाई साथ हाल ही में पेश किए गए बहुत से व्यवस्थित बदलावों के असर से हुआ है, जिससे अनुपालन में सुधार आया.
नवंबर महीने के लिए 31 दिसंबर 2020 तक फाइल की गई GSTR-3B रिटर्न की कुल संख्या 87 लाख है. महीने के दौरान सामान के आयात से रेवेन्यू 27 फीसदी ज्यादा था और घरेलू ट्रांजैक्शन (जिसमें सेवाओं का आयात शामिल है) 8 फीसदी ज्यादा था. यह पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले है.
GST रेवेन्यू में रिकवरी के हाल ही के ट्रेंड को जारी रखते हुए, दिसंबर में लगातार तीसरे महीने आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया और दिसंबर 2019 में जमा 1.03 लाख करोड़ से 12 फीसदी ज्यादा रहा.
दिसंबर के दौरान सेंट्रल जीएसटी 21,365 करोड़ रुपये, स्टेट जीएसटी 27,804 करोड़ रुपये, इंटिग्रेटेड जीएसटी 57,426 करोड़ (सामान के आयात पर जमा 27,050 करोड़ मिलाकर) और सेस 8,579 करोड़ (सामान के आयात पर जमा 971 करोड़ शामिल) है.