फरीदाबाद:
भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य) की फरीदाबाद टीम ने लक्ष्य कमांडर कविता जाटव के नेतृत्व में बहुजन जागरूकता अभियान के तहत फरीदाबाद के संजय कॉलोनी में एक कैडर कैंप का आयोजन किया। जिसमें लखनऊ से लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या व राजकुमारी कौशल ने मुख्य वक्ता के रूप में हिस्सा लिया।

बहुजन समाज की सामाजिक व राजनैतिक स्थिति किसी से छिपी नहीं है, बिखराव का आलम है, मनमुटाव दूर से ही साफ झलकता है, समाज के तथाकथित अगुवा मनुवादियों के पिछलग्गू बनकर रह गए है, ये पिछलग्गू ही समाज में एकता नहीं होने देते है। इसीलिए समाज के नेता इस स्थिति का भरपूर फायदा उठाते है और समाज की वोटों की नीलामी करते है। वे अपनी बोली अपने समाज की वोटो के बलबूते ही लगाते है वे अपने स्वार्थ में दलबदल करते रहते है उन्हे समाज की स्थिति से कुछ लेना देना नहीं होता है। यह बात लखनऊ से आई लक्ष्य कमांडरों ने कही।

उन्होंने समाज से प्रश्न करते हुए कहा कि फिर इसका इलाज क्या है। उन्होंने बताया कि समाज को भी टिकाऊ होना होगा। अपने अधिकारों के लिए जागरूक व संघर्षशील होना होगा। अगर हम लोग इन बिकाऊ नेताओं के पीछे खड़ा होना छोड़ दें तो ये नेता बिकाऊ नहीं टिकाऊ हो जायेंगे अर्थात् समाज टिकाऊ होगा तो नेता भी बिकाऊ नहीं, टिकाऊ ही होगा। यह बात हमारे महापुरुषों ने भी कही थी।

उन्होंने बहुजन समाज के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो नेता कल नीले रंग में थे, बाद में भगवा हो गए, आज लाल है,थोड़ी देर बाद ही धुंधले नीले से दिखाई दे रहे है और भविष्य का पता नहीं! क्या यही अंबेडकरवाद है?

लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि समाज को ऐसे दलालो से बचना चाहिए क्योंकि इनके एकजुट हो जाने से भी कुछ होने वाला नहीं है।

इस कैडर कैंप में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या,राज कुमारी कौशल, कविता जाटव, कमलेश गौतम, मंजू गौतम, दयावती कर्दम,सीमा, नेत्रपाल,दौलत राम, डॉ. उमेश चन्द्र, विनय, शशिकांत, प्रेम पाल, तोता राम,निर्मल सिंह, करण सिंह भारती, दयानंद, आजाद, तेजसिंह, धर्मेंद्र, मनीष गौतम, चंद्र डाबरा, सुंदर कर्दम, एस पी कौशल, एम एल आर्या व के पी गौतम ने हिस्सा लिया।