लखनऊ
हुसैनाबाद ट्रस्ट में जारी रहे भ्रष्टाचार, इमारतों की जर्जर हालत, वक़्फ़ की जमीनों पर अवैध कब्ज़े और वक़्फ़ सज्जादिया आलमनगर की ज़मीन के सिलिंग में दर्ज होने के खिलाफ मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना सैय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने जिलाधिकारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू करने की चेतावनी दी। मौलाना ने कहा कि वक़्फ़ सज्जादिया आलमनगर की जमीन को अवैध तरीके से सिलिंग में दर्ज कर दिया गया जबकि वक़्फ़ संपत्ति को कानूनी तौर पर सिलिंग में दर्ज नहीं किया जा सकता है। ये एक सुनियोजित साजिश है वक़्फ़ सज्जादिया आलमनगर की जमीन पर कब्ज़ा करने के लिए। उन्होंने कहा कि अगर वक़्फ़ सज्जादिया आलमनगर की संपत्ति को सिलिंग से ख़ारिज नहीं किया गया तो हम विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि वक़्फ़ सज्जादिया आलमनगर में करीब 300 मकान हैं, जिन्हें तोड़कर वक़्फ़ की जमीन पर कब्जा करने की साजिश की जा रही है, हम इसको हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौलाना ने शाही शिफ़ाख़ाना के बारे में बात करते हुए कहा कि इस वक़्फ़ को भी बेच दिया गया है जो कमिश्नर की निगरानी में था, इसकी जांच होनी चाहिए। ये शाही शिफ़ाख़ाना बादशाह ग़ाज़ीउद्दीन हैदर ने गरीबों के इलाज के लिए बनवाया था, लेकिन इसे भी वक्फ माफिया ने बेच दिया। जो दुकाने बची है उनका किराया एल.डी.ए वसूल रहा है।

मौलाना ने हुसैनाबाद ट्रस्ट में चल रहे भ्रष्टाचार की निंदा की और इसके लिए जिलाधिकारी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट में भ्रष्टाचार चरम पर है। इमारतें जर्जर हालत में हैं, वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमण है और ट्रस्ट की आय का कोई हिसाब-किताब नहीं है। मौलाना ने कहा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट पर जिलाधिकारी और ए.डी.एम का कब्ज़ा है और ट्रस्ट की पूरी आय उन्हीं पर खर्च होती है और आय का कोई पारदर्शी हिसाब-किताब नहीं है। हुसैनाबाद ट्रस्ट की आय जहां खर्च होनी चाहिए वहां खर्च नहीं होती। मौलाना ने कहा कि एल.डी.ए ने जिलाधिकारी के बंगले के बारे में कहा था कि यह उसकी संपत्ति है लेकिन असल में यह वक़्फ़ है जिसे वक़्फ़ में दर्ज किया जाना चाहिए। मौलाना ने कहा कि अगर वक़्फ़ सज्जादिया आलमनगर और हुसैनाबाद ट्रस्ट का मसला हल नहीं हुआ तो हम जिलाधिकारी आवास पर धरना देंगे। क्योंकि जिस घर में डी.एम रहते हैं वो भी वक़्फ़ है और उसमें इमामबाड़ा भी है। उन्होंने कहा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट की आय को वक़्फ़नामें के मुताबिक खर्च किया जाना चाहिए, लेकिन पूरी आय पर डी.एम का कब्ज़ा है और इसे मनमाने तरीके से खर्च किया जा रहा है। इसलिए हम जल्द ही इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और फिर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की घोषणा की जाएगी।