एक महिला शिक्षित हो जाए तो सात पीढ़ियों तक ये पढ़ाई जारी रहती है: आनंदीबेन पटेल
शिया महाविद्यालय में इमाम अली रज़ा(अ.स) भवन का उद्घाटन
लखनऊ
प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिया महाविद्यालय के कला संकाय के भवन इमाम अली रज़ा(अ.स) ब्लाक का फीता काट कर उद्घाटन किया। उद्घाटन से पूर्व महाविद्यालय के ‘के हाल’ में उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि चाहे आप के पास जितनी भी धन-दौलत हो वह अगली पीढ़ियों तक मुश्किल से जाती है, क्योंकि यह समाप्त होने वाली चीज है। वहीं शिक्षा एक ऐसी दौलत है, जोकि कई पीढ़ियों तक जाती है। राज्यपाल के आगमन पर उनकी आगवानी करते हुए प्रबन्ध-समिति के अध्यक्ष प्रो0 अजीज़ हैदर, महाविद्यालय के प्रबन्धक एस0 अब्बास मुर्तजा शम्सी ने पौधा भेंट किया।
उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सौ साल पहले महिलाओं की शिक्षा को लेकर समाज में जागरूकता नहीं थी और ना ही उनकी शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती थी। पहले के समाज में यह सोच रहती थी कि महिलाएं केवल घरेलू काम-काज के लिए ही बनी है। मुझे यह जानकर बड़ी प्रसन्नता हो रही है कि शिया महाविद्यालय में बेटे-बेटियों की शिक्षा की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए इस कालेज की नींव 104 वर्ष पहले रखी गई थी। जो आज भी कायम है।
अपनी निजी शिक्षा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे गाँव में बेटियों की शिक्षा के लिए कोई प्रबंध नहीं होते थे। केवल महिला शिक्षा के लिए कक्षा-4 तक की कक्षाओं तक का स्कूल था और वो भी मेरे गाँव से 4 किलोमीटर दूर दूसरे गाँव में स्थित था। मेरे परिवार में शिक्षा को लेकर काफी जागरूकता थी, जिसके चलते जब मैं कक्षा 5 में आयी तो मेरा एडमिशन ऐसे स्कूल में कराया गया जहाँ में अकली लड़की हुआ करती थी।
नई शिक्षा नीति के बारे में छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मेरा तीस साल का बतौर शिक्षिका और बीस साल सरकारी विभागों में खासकर शिक्षा विभाग के कार्या में अनुभव रहा है। पहले दस-दस साल तक पाठ्यक्रम नहीं बदलते थे। अब नई शिक्षा नीति को मजबूती से लागू किया जा रहा है। जिससे छात्र-छात्राओं को अपनी जिज्ञासा के अनुसार विषय चुनने की प्राथमिकता दी जा रही है।
शिया महाविद्यालय को नैक मे ‘ए’ गे्रड मिलने पर कालेज प्रबंधन को बधाई देते हुए राज्यपाल महोदया ने कहा कि पहले प्रयास में कालेज ने ‘ए’ ग्रेड प्राप्त किया है जो अपने आप में कीर्तिमान है। कालेज में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है, लिहाजा नैक पियर टीम द्वारा बतायी गई कमियों पर कार्य करें और अगली बार इससे बेहतर गे्रड लाने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि जब मैं प्रदेश के विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह में जाती हूँ, तो वहाँ 80 प्रतिशत गोल्ड मेडल बेटियाँ हासिल करती है। ये अच्छी बात है कि बेटियाँ शिक्षा के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रही है और हर वर्ग में बेटो को चुनौतियाँ दे रही है।
विशिष्ट अतिथि कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, प्रो0 आलोक कुमार राय ने कहा कि देश में आजादी का अमृतकाल और प्रदेश में शिक्षा का स्वर्णिम काल चल रहा है। उत्तर प्रदेश की उच्च शिक्षा में कई बड़े बदलाव आये है, जिससे शिक्षा का स्तर और बढ़ गया है। जिस तरह से नई शिक्षा नीति को लखनऊ विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध महाविद्यालयों में लागू किया जा रहा है, इससे देशभर में प्रदेश का मान बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चार विश्वविद्यालयों को नैक में A++ , दो विश्वविद्यालयों को A+ और एक विश्वविद्यालय को ‘ए’ ग्रेड प्राप्त हुआ है। यह सब राज्पाल महोदया के नेतृत्व व अथक प्रयासों के कारण मुमकिन हो पाया है। कुलपति ने कहा कि पिछली बार जब मैं ला संकाय के भवन के उद्घाटन समारोह में आया था, तब मैंने कहा था कि अगली बार तभी आऊँगा जब कालेज को पंचवर्षीय लॉ कोर्स की सहयुक्तता मिल जाएगी। मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि शिया महाविद्यालय को इस कोर्स के लिए सहयुक्तता मिल गई है। शिया महाविद्यालय ने प्रदेश सरकार, शिक्षा विभाग व लखनऊ विश्वविद्यालय के विभिन्न कार्यक्रमों में हमेशा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है, जिसके लिए मैं कालेज प्रबंधन का धन्यवाद करता हूँ।
महाविद्यालय को संचालित करने वाली सर्वोच्च संस्था मजलिस-ए उलेमा के सचिव मौलाना यासूब अब्बास, ने स्वागत भाषण दिया और अतिथियों का स्वागत करने के बाद अपनी बात रखते हुए कहा कि विगत पाँच वर्षों में शिया कालेज के अंदर 15 करोड़ की लागत से नए भवन व इमारतों को निर्माण कराया गया है। ला संकाय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन पिछले वर्ष सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विक्रम नाथ ने किया था। इसके लिए महाविद्यालय को प्रदेश सरकार द्वारा न कोई ग्रांट दी गई और ना ही यूजीसी ने दिया और ना ही हमने किसी से चंदा लिया। महाविद्यालय ने अपने स्तर से छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए इन इमारतों की तामीर की और आज इमाम अली रज़ा(अ.स) भवन का उद्घाटन राज्यपाल द्वारा किया जा रहा है।
राज्यभवन, उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ विश्वविद्यालय व यूजीसी के सभी कार्यक्रमों/अभियानों को शिया महाविद्यालय सफलतापूर्वक अंजाम देता है। राज्यपाल द्वारा चलाये गए ‘पढ़े लखनऊ बढ़े लखनऊ’ अभियान में शिया कालेज को प्रथम स्थान मिला था। आजादी का अमृत महोत्सव, चौरी-चैरा, मिशन शक्ति , हर घर तिरंगा आदि कार्यक्रमों को संचालित करने में शिया महाविद्यालय अव्वल नम्बर पर रहा है। हाल ही में जी-20 जागरूकता अभियान का सफलता पूर्वक आयोजन महाविद्यालय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्र ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था। सास्कृतिक व खेल प्रतियोगिताओं में शिया कालेज के छात्र लगातार ट्राफी जीत रहें है। हर साल विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में महाविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राएं कभी 5, कभी 7 और 9 गोल्ड मेडल पाते रहें है। हमने तमाम सुविधाएं विकसित की है। हमारे छात्र-छात्राएं पढाई में नई-नई कामयाबी हासिल कर रहें है। वहीं हमारे शिक्षक शोध और अध्यापन के क्षेत्र में नई उपलब्धियां हासिल कर रहें है। पिछले पाँच साल में शिक्षकों ने 238 किताबें तथा 868 शोध पत्र प्रकाशित कराए है। महाविद्यालय के पास 21 रिसर्च प्रोजेक्ट 51 पीएचडी विद्यार्थी है। इन बहुमुखी कामयाबी के कारण ही शिया महाविद्यालय को नैक द्वारा ‘ए’ ग्रेड दिया गया है।
मजलिस-ए-उलेमा के अध्यक्ष मौलाना हमीदुल हसन ने गुजराती में उद्बोधन करके सबको चकित किया। राज्यपाल ने उनके सम्बोधन पर प्रशंसा व्यक्त की। सत्र के अंत में महाविद्यालय के प्रबंधक एस0 अब्बास मुर्तजा शम्सी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय की ओर से राज्यपाल महोदया के आगमन पर महाविद्यालय के न्यूज लैटर ‘‘शिया कनेक्ट’ का स्पेशल ‘‘स्मारिका’’ के तौर पर प्रकाशित किया गया जिसका विमोचन राज्यपाल ने किया। उद्घाटन से पूर्व माननीय राज्यपाल महोदया द्वारा इमाम अली रज़ा(अ.स) ब्लाक के बाहर एक पीपल का एक वृक्ष लगाया गया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय बोर्ड आफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष प्रो0 अज़ीज हैदर, ऑल इण्डिया शिया पर्सनल बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सायम मेंहदी सहित प्रबंध समिति तथा बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्यों व पदाधिकारी, महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 शबीहे रज़ा बाक़री, डायरेक्टर सेल्फ-फाइनेंस एम0एम0 अबु तैययब, चीफ प्राक्टर प्रो0 मेंहदी अब्बास जै़दी, वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो0 अंजुम अबरार, विज्ञान संकायाध्यक्ष, प्रो0 जमाल हैदर जै़दी, कला संकायाध्यक्ष, प्रो0 सरताज शब्बर रिज़वी, विधि संकायाध्यक्ष, डा0 सादिक हुसैन आब्दी, शिया कालेज डेटा रिसोर्स के निदेशक डा0 प्रदीप शर्मा, ग्रीन कमेटी की संयोजक डा0 सीमा राना, शिक्षा शास्त्र संकायाध्यक्ष, डा0 कनीज़ मेंहदी जै़दी सहित भारी संख्या में शिक्षक व छात्र-छात्राएं मौजूद रहें। कार्यक्रम के शुरूआत और अंत मैं एनएसएस के स्वयंसेवको द्वारा राष्ट्रगान गाया गया।