श्रमिकों के लिए हजार बार जेल जाने को तैयार हूंःअजय कुमार लल्लू
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि भाजपा की गरीब विरोधी मानसिकता साफ हो गयी है। मजदूरों की सेवा करने, उन्हें सुरक्षित लाने की पहल करने पर जेल भेजा जाता है। फर्जी मुकदमें दर्ज किए जाते हैं लेकिन भाजपा देश विरोधी, गरीब-मजदूर विरोधी नीतियों और तानाशाही के दम पर हमारा सेवा कार्य नहीं रोक सकती।
गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को योगी आदित्यनाथ की बर्बर सरकार ने 20 मई से जेल में डाल रखा था। 17 जून को शाम 7 बजकर 15 मिनट पर प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू को जेल से रिहा किया गया। रिहा होने के बाद श्री अजय कुमार लल्लू हजरतगंज स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और लौहपुरुष सरदार पटेल की प्रतिमा पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले सीमा पर शहीद हुए जवानों के लिए मौन रखा गया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एकजुटता सीमा पर लड़ रहे जवानों के साथ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी 36 घण्टे चुप क्यों रहें? देश जानना चाहता है कि आखिर किसके आदेश पर हमारे देश के जवानों की यूनिट को निहत्थे भेजा गया था? प्रदेश अध्यक्ष ने शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने पैदल चल रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए बसें चलवाने की अनुमति मांगी लेकिन सरकार ने अपनी गरीब विरोधी मानसिकता का परिचय दिया और मजदूरों की सेवा में लगे हमारे नेताओं के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया। मुझे जेल भेज दिया गया। लेकिन योगी आदित्यनाथ की सरकार भूल गयी है हम अंग्रेजों से लड़ें हैं। आप जैसे तानाशाह, गरीब विरोधी और अहंकारी हमें मानवता की सेवा करने से नहीं रोक पाएंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती है कि गरीबों को राहत मिल पाए। उन्होंने कहा कि मैं मजदूर रहा हूँ। मैंने गुड़गांव में खुद मजदूरी की है। मैं श्रमिकों का दर्द समझता हूँ। मैं उनके पैरों के छालों का दर्द महसूस कर सकता हूँ। मैं उनकी भूख को समझ सकता हूँ, उनकी हर बेबसी से मैं वाकिफ हूँ। योगी आदित्यनाथ जी कान खोलकर सुन लीजिए अपने श्रमिक भाई-बहनों के लिए सौ बार जेल जाने को तैयार हूं।
उन्होंने कहा कि इस कायर और गरीब विरोधी सरकार ने मुझे 27 दिनों तक जेल में रखा। मुझे अपने वकील तक से नहीं मिलने दिया। मुझे इस बात की परवाह नहीं है। मुझे सिर्फ इस बात की फिक्र थी कि सड़कों पर हजारों की तादाद में लोग पैदल चल रहे होंगे। उनके पांव में छाले पड़ गए होंगे। मुझे इस बात की चिंता थी लोगों तक खाना कैसे पहुंच रहा होगा। मुझे यह बात परेशान कर रही थी कि जो लोग परदेश में हैं, उनकी मदद कैसे हो रही होगी। जो बीमार हैं उन तक दवा कैसे पहुंच रही होगी।
मेरे लिए यह पल बहुत ही भावुक कर देने वाला है कि हमारी पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी के निर्देश पर पूरे प्रदेश में 1 करोड़ 15 लाख लोगों तक भोजन और राशन का बंदोबस्त किया गया। 10 लाख से अधिक लोगों की बाहर दूसरे प्रदेशों में मदद हुई है। मेरी रिहाई के लिए पार्टी ने सेवा सत्याग्रह आंदोलन किया और हर जिले में रसोईघर चलाकर जरूरतमंदों को भोजन कराया गया।