इज़राइल के हमलों में मज़लूम फिलिस्तीनियों की मौतों पर मूकदर्शक बने हुए हैं मानवाधिकार संगठन: कल्बे जवाद
लखनऊ: मज़लूम फिलिस्तीनियो पर जारी इज़राइली बर्बरता की कड़ी निंदा करते हुए मजलिसे ओलमाए हिंद के महासचिव मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से इज़राइल लगातार निहत्थी मज़लूम फिलिस्तीनी अवाम पर बराबर बमबारी कर रहा है जिसमें सैकड़ों लोग मारे जा चुके है। इजरायली आतंकवादी सेना ने रिहायशी इलाकों को अपना निशाना बनाया जिसमे मासूम बच्चे, औरते और दूसरे शहरी मारे जा रहे है। इमारतें तब्हा हो गई हैं शहरों को नष्ट कर दिया गया है और मज़लूमो की चीख़ पुकार से फिलिस्तीन की फज़ा गूँज रही है। मौलाना ने कहा के इज़राइल एक ग़ासिब राज्य है जिस की अपनी कोई ज़मीन नहीं है इज़राइल अंतराष्ट्रीय आतंकवाद की माँ है जिसका वजूद आतंकवाद की बुनियाद पर ही स्थापित हुआ है।
मौलाना ने कहा की अब फ़िलिस्तीन पहले से ज़ियादा अपनी रक्षा करने में सक्षम है और इसकी रक्षात्मक शक्ति ने दुश्मन के होश उड़ा दिए हैं। इज़राइल उनके प्रतिरोध की भावना और शहादत के जज़बे से डरा हुआ है और उसकी रक्षा प्रणाली,जिसे आयरन डोम कहा जाता है, विफल हो चुकी है जो इस बात का स्पष्ट सबूत है के इज़राइल नक़ाबिले शिकस्त नहीं है। इससे पहले भी लेबनान में उन्हें अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा है और इंशाअल्लाह इस एकतरफा जंग में भी उसे हार का सामना करना पड़ेगा।
मौलाना ने कहा के फिलिस्तीन पर इज़राइली बर्बरता के खिलाफ विरोध करना हमारा कर्तव्य है। इस लिए हमे चाहिए के फिलिस्तीन के मज़लूम लोगो के हक़ में और इज़राइली आतंकवाद के खिलाफ हर संभव तरीक़े से विरोध करें। आज फिलिस्तीनी अवाम को हमारे समर्थन की सख्त ज़रूरत है। मौलाना ने उन मुस्लिम देशों की भी कड़ी निंदा की जो अब तक औपनिवेशिक शक्तियों के दबाव में फिलिस्तीन के समर्थन के लिए सिर्फ ज़बानी दावे कर रहे है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की मुनाफ़ेक़ाना भूमिका की निंदा करते हुए कहा की संयुक्त राष्ट्र औपनिवेशिक शक्तियों का पिठ्ठू (आला-ए-कार) है जिसने कभी मज़लूमो का अमली समर्थन नहीं किया। इस लिए हमे संयुक्त राष्ट्र से कोई उम्मीद नहीं है क्योकि उसने कभी किसी समस्या को हल नहीं किया
मौलाना ने संयुक्त राष्ट्र की वर्चुअल मीटिंग में भारत के द्वारा मज़लूम फिलिस्तीनियों के समर्थन पर आभार व्यक्त करते हुए कहा की भारत ने हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन किया है, हमें उम्मीद है के हमारा देश भारत इसी तरह मज़लूम फिलिस्तीन की हिमायत करेगा और ज़ालिम इज़राइल के खिलाफ रहेगा।