लखनऊ
भारत का प्रमुख फुल-स्टैक प्रॉप-टेक प्लेटफ़ॉर्म, हाउसिंग.कॉम, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते हाउसिंग मार्केट में से एक, लखनऊ में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए तैयार है। इस कार्यक्रम ने प्रमुख हितधारकों हेतु अनुभवों का आदान-प्रदान करने, उद्योग के भीतर सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक मंच की तरह काम किया। इस कार्यक्रम में एल्डेको सिटी, शालीमार कॉर्प, ऋषिता डेवलपर्स और अमरावती रेजीडेंसी जैसी उल्लेखनीय अग्रणी रियल एस्टेट कंपनियां शामिल थीं।

कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘लखनऊ जैसे प्रमुख उभरते रियल एस्टेट मार्केट्स में विस्तार हाउसिंग.कॉम की भविष्य की विकास रणनीति की बुनियाद है। कंपनी रियल एस्टेट उद्योग के भीतर सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे यह लखनऊ में जारी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।’हाउसिंग.कॉम के मुख्य रेवेन्यू ऑफिसर, अमित मसलदान ने कहा, “लखनऊ की समृद्ध विरासत और तीव्र आर्थिक प्रगति के साथ, इसके डायनेमिक इंफ्रास्ट्रक्चर में हुए विकास ने रियल एस्टेट सेक्टर में निरंतर विकास के लिए मजबूत नींव रखी है। हम उभरते बाज़ारों में, विशेष रूप से लखनऊ के उत्साहपूर्ण इकोसिस्टम में अपने मजबूत विस्तार को लेकर रोमांचित हैं। पिछले दो सालों में, लखनऊ में हमारा रेवेन्यू तीन गुना बढ़ गया है, जो ज़बरदस्त वृद्धि को दर्शाता है जिसका हमने अनुभव किया है। यह ट्रेंड जारी रहने की संभावना है, क्योंकि यह डायनेमिक मार्केट में निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों से महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि और खरीद की दिलचस्पी देखने को मिल रही है।”

लखनऊ का रियल एस्टेट सेक्टर फल-फूल रहा है, जिसे टाउनशिप विकास में ₹3,000 करोड़ के निवेश और शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर में वृद्धि के लिए ₹100 करोड़ के फंड से बल मिला है। शहर दिल्ली की तरह 1,500 एकड़ में फैली एक नई एयरोसिटी विकसित करने के लिए तैयार है, और इसे पीएमएवाई-शहरी आवास के लिए ₹2,764 करोड़ का अनुदान मिला है।देश में प्रमुख डिजिटल रियल एस्टेट प्लेटफ़ॉर्म, हाउसिंग.कॉम से मिली जानकारी से पता चलता है कि अधिकांश यूज़र लखनऊ में स्वतंत्र घरों और मिड-साइज़ संपत्तियों को खोज रहे हैं, जिनमें से अधिकांश खोज गोमती नगर, इंदिरा नगर और वृंदावन योजना जैसे लोकप्रिय इलाकों में की जाती है