हिन्दू महासभा नेताओं ने जताया आतंकियों के निशाने पर होने का खतरा, मांगी सुरक्षा
लखनऊ। शहर के गुडम्बा थाना क्षेत्र हिन्दू महासभा के कार्यालय से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर पापुलर फ्रन्ट ऑफ इण्डिया (पीएफआई) के कमाण्डर समेत दो लोगों की गिरफ्तारी को लेकर अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश ने कुर्सी रोड स्थित पार्टी के प्रदेश कैम्प कार्यालय पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने और हिन्दूवादी नेताओं की सुरक्षा देने की मांग करते हुये आशंका जतायी है कि आतंकियों के निशाने पर हिन्दू महासभा के नेता भी हो सकते है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में हिन्दू महासभा नेता रहे हिन्दूवादी कमलेश तिवारी की पार्टी के प्रदेश कार्यालय में गलाकाट कर हत्या कर दी गयी थी, यही नहीं बल्कि हिन्दुत्व के लिये कार्य कर रहे हिन्दूवादी नेताओं को बराबर धमकियां भी मिलती रहीं है। श्री त्रिवेदी ने बताया कि बीते कुछ महीने से कुर्सी रोड स्थित गुडम्बा थाना के अन्तर्गत हिन्दू महासभा के प्रदेश कैम्प कार्यालय में पार्टी की गतिविधियां काफी बढ़ी है, और हिन्दुत्ववादी मुद्दे पर निरन्तर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है, जिसको लेकर इस आशंका को बल मिलता है कि पकड़े गये इन आतंकियों के निशाने पर हिन्दू महासभा का प्रदेश कैम्प कार्यालय और हिन्दूवादी नेता भी हो सकते है।
पीएफआई के सदस्यों के पकड़े जाने की खबर आने के बाद आज सुबह से ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पार्टी कार्यालयों और हिन्दू महासभा नेताओं की सुरक्षा को लेकर बैठक की। बैठक के बाद निर्णय लेते हुये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज ही पत्र लिखकर हिन्दूवादी नेताओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।