संसद में घट रही अधिवक्ताओं की सहभागिता पर हिन्दू महासभा ने जताई चिंता
लखनऊ। अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने आज यहां प्रेस क्लब विधि प्रकोष्ठ की प्रदेश इकाई के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों शपथ दिलाने के बाद कहा कि किसी भी मुददे पर राजनैतिक के साथ कानूनी लड़ाई भी बहुत जरूरी हे, इसके लिये हिन्दू महासभा पूरा जोर दे रही है।
श्री त्रिवेदी ने विधि प्रकोष्ठ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी पर विश्वास व्यक्त करते हुये कहा कि पार्टी विभिन्न मुद्दों पर राजनैतिक लड़ाई के साथ कानूनी लड़ाई लडऩे में न सिर्फ सक्षम होगी बल्कि संगठन और मजबूत होकर उभरेगा। शपथ समारोह के मौके पर हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज तिवारी, धर्माचार्य प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं विश्व अखाड़ा परिषद के महामंत्री महन्त संतोष दास खाकी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।
इसके अलावा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने लोकसभा में अधिवक्ताओं की गिरती सहभागिता पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि वर्ष 1952 में लोकसभा के प्रथम अधिवेशन में अधिवक्ताओं की सहभागिता 26 प्रतिशत थी, जो आज घटकर सिर्फ सात प्रतिशत रह गयी है। संविधान की सुरक्षा के लिये संविधान के रक्षकों अधिवक्ताओं की गिरती सहभागिता ही आज समाज और राजनीति के पतन का मुख्य कारण है।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि आज जिस प्रकार हिन्दू हिन्दुस्तान में बहुसंख्यक होने की कीमत चुका रहा है वो सर्वथा बहुसंख्यक मुद्दों का अल्पसंख्यक राजनीतिकरण करके विधिक रूप से पतित राजनैतिक वर्ग की निहित स्वार्थ सिद्वि का ही परिणाम है।
अंत में इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पंकज तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि ऋषि त्रिवेदी का हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश का नेतृत्व संभालने का परिणाम सामने है कि पार्टी में हर वर्ग चाहे वह अधिवक्ता हो या फिर व्यापार, श्रमिक, युवा, छात्र हर कोई जुडऩे को तैयार है। विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शैलेन्द्र श्रीवास्तव पर भरोसा जताते हुये पंकज तिवारी ने कहा कि भारी संख्या में अधिवक्ताओं के जुडऩे से न सिर्फ पार्टी को मजबूती मिलेगी बल्कि पार्टी की ओर विभिन्न मुद्दों पर विधिक लड़ाई लडऩे में भी आगे रहेगी।