Hi-tech Prisoners: कम्प्यूटर के की बोर्ड पर सुनहरे भविष्य की गाथा लिखेगें अब गुनहगारों के हाथ: जेल अधीक्षक
बाराबंकी:
जिला कारागार बाराबंकी में कैदियों को हाईटेक बनाने के लिए ‘‘निमदस’’ संस्था के सहयोग से नेशनल कम्प्यूटर ट्रेनिंग सेंटर द्वारा 90 दिवसीय शिविर लगाया गया है जिसमें एमएसवर्ड, एक्सेल, टाइपिंग, इंटरनेट के साथ-साथ टैली भी सिखाई जायेगी प्रशिक्षण उपरांत संस्था द्वारा प्रमाण-पत्र भी दिया जायेगा, यही नही संस्था उन्हे इतना काबिल बनायेगी कि जेल से बाहर निकलने के बाद अच्छी नौकरी व स्वरोजगार करके स्वावलंबी बन सकेगें।
इस अवसर पर वरिष्ठ जेल अघीक्षक पी.पी ने शिविर का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित करते हुए कहा कि कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम कैदियों के लिए बहुत लाभकारी होगा और भविष्य मे जेल से रिहा होने के बाद जीविकापार्जन के रोजगार प्राप्त करने मे प्रमाण पत्र काम आयेगा।कारापाल अलोक कुमार शुक्ला ने अपने सम्बोधन में कहा बंदियों के लिए सुनहरा अवसर है संस्था बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है जिसका सभी लोग लाभ उठायें और आगे चलकर गलत कार्य करने से बचें और खुद को पढ़ाई में व्यस्त रखें। जिससे जेल से रिहा होने के बाद एक अच्छा जीवन बिता सकें और समाज की मुख्य धारा में जुडकर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
संस्था के प्रबन्ध निदेशक एसके वर्मा ने कहा कि बंदियों को सामाजिक, मानसिक व आर्थिक रूप से विकासशील एवं स्वावलम्बी बनाने के लिए संस्था सदैव ऐसे व्यवसायिक प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करती रही है और भविष्य में भी करती रहेगी। कार्यक्रम में संस्था के विवेक, मुकेश व कारागार के कर्मचारी गण उपस्थित थे।