अंबेडकर जयंती पर महिलाओं को फ्री हेलमेट बाटेंगे हेलमेट मैन
टीम इंस्टेंटखबर
पिछले आठ सालों से सड़क हादसों के प्रति लोगों में जागरूकता हिलने के अभियान में जुटे राघवेंद्र कुमार जिन्हें अब लोग हेलमेट मैन के रूप में जानते हैं देश भर में घूम घूमकर लोगों में फ्री हेलमेट का वितरण कर रहे हैं. इसी अभियान में 13 अप्रैल को गौतम बुद्ध नगर शारदा यूनिवर्सिटी में दोपहर 1बजे से कार्यक्रम रखा गया है.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला जज अशोक कुमार, बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी एवं ट्रैफिक डीसीपी गणेश प्रसाद साहा है.
हेलमेट मैन ने ग्रेटर नोएडा नालेज पार्क में पढ़ने वाली सभी छात्राओं को आमंत्रित किया है जिनके पास टू-व्हीलर चलाने का लाइसेंस और कोरोना टीके का सर्टिफिकेट है . हेलमेट पाने वाली सभी छात्राओं को हेलमेट मैन उन्हें ट्रैफिक वालंटियर बना रहे हैं जो यातायात नियमों के प्रति दूसरों को जागरूक भी करेंगी. हेलमेट मैन के अनुसार पिछले कुछ सालों में सड़क हादसे से होने वाले मौत में महिलाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. इसका मुख्य कारण है पीछे बैठने वाली महिला का हेलमेट ना पहनना. अधिकतर लोग सड़कों पर चलते हैं अपने परिवार को लेकर पीछे बैठने वाली महिला को हेलमेट लगाने के लिए अनिवार्य नहीं समझते हैं क्योंकि उन्हें ट्रैफिक पुलिस भी महिला बैठे होने के कारण नहीं रोकती है.
हेलमेट मैन का कहना है कि आज महिलाओं के मौत के जिम्मेदार देखा जाए तो उनके परिवार वाले ही दोषी हैं क्योंकि हेलमेट की अहमियत को नहीं समझ पाते हैं और दुर्घटना होने के बाद आर्थिक तंगी की मार झेलनी पड़ती है. जिसका असर परिवार के बच्चों से लेकर सभी सदस्यों को झेलना पड़ता है. इन्हीं सड़क हादसों को रोकने के लिए हेलमेट मैन महिलाओं को सड़क सुरक्षा का मित्र बना रहे हैं. जो सड़क पर चलते वक्त जो पुरुष महिला को हेलमेट नहीं पहना पा रहा है उन्हें टोकने और हेलमेट लगाने के लिए यह छात्राएं प्रेरित एवं जागरूक करेंगी. गौतम बुध नगर से और भी कोई छात्रा इस योजना का लाभ और हिस्सा लेना चाहती हैं उन्हें हेलमेट मैन ऑफ इंडिया के ट्विटर पर जाकर इनबॉक्स में अपनी डिटेल शेयर कर सकती हैं.
सभी छात्राओं को सोशल मीडिया ट्विटर से जोड़ रहे हैं गौतम बुध नगर के प्रशासनिक अधिकारियों को ट्वीट कर सकें अपनी समस्याओं का समाधान के लिए.
यह छात्राएं सड़क पर यातायात नियम तोड़ने वालों की तस्वीरें भी लेंगी और उसे ट्यूटर पर पोस्ट भी करेंगी ताकि भविष्य में कोई रॉन्ग साइड चलने और यातायात नियम तोड़ने की गलती ना करें.