‘परिवर्तन’ ब्रांड के तहत एचडीएफसी बैंक स्टार्ट-अप्स को देगा ग्रांट
- सामाजिक प्रभाव उत्पन्न करने में एड-टेक, कौशल विकास सेक्टर्स के स्टार्ट-अप्स पर केंद्रित
- स्टार्ट-अप्स को स्क्रीन, मेंटर एवं मॉनिटर करने के लिए नौ प्रीमियर इन्क्यूबेटर्स के साथ साझेदारी की
मुंबई: एचडीएफसी बैंक अपनी स्मार्टअप ग्रांट्स के लिए स्टार्ट-अप्स एवं अकेले उद्यमियों से आवेदन पत्र आमंत्रित कर रहा है। एचडीएफसी बैंक के अम्ब्रेला सीएसआर ब्रांड, ‘परिवर्तन’ के तहत एचडीएफसी बैंक द्वारा दी जाने वाली स्मार्टअप ग्रांट्स का उद्देश्य देश के आर्थिक व सामाजिक विकास में योगदान देने और सामाजिक समस्याओं को संबोधित करने के लिए दीर्घकालिक, सतत समाधान बड़े पैमाने पर क्रियान्वित करना है।
इस साल बैंक उन स्टार्ट-अप्स पर केंद्रित होगा, जो शिक्षा, टेक्नॉलॉजी (एड-टेक) एवं कौशल विकास आदि के क्षेत्रों में सामाजिक परिवर्तन ला रहे हैं।
स्टार्ट-अप्स को स्क्रीन, मेंटर एवं मॉनिटर करने के लिए एचडीएफसी बैंक ने भारत सरकार के माइटी प्लेटफॉर्म के साथ पंजीकृत नौ स्टार्ट-अप इन्क्यूबेटर्स के साथ साझेदारी की है। इन नौ इन्क्यूबेटर्स में प्रमुख संस्थान, जैसे आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-बीएचयू, एआईसी बिमटेक नोएडा, आईआईएम काशीपुर, जीयूएसईसी गुजरात, सी-कैंप बैंगलोर, बनस्थली यूनिवर्सिटी-जयपुर, विलग्रो इन्क्यूबेशन-चेन्नई एवं टी-हब हैदराबाद शामिल हैं।
आवेदन की प्रक्रियाः
- सामाजिक परिवर्तन लाने वाले स्टार्टअप यहां पर क्लिक करके आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की खिड़की आज से 16 फरवरी, 2021 तक खुली रहेगी।
- इसके अलावा, बैंक के इन्क्यूबेटर पार्टनर एवं स्मार्टअप टीम संयुक्त रूप से स्टार्टअप्स की खोज करेंगे।
- बैंक और इनक्यूबेटर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (माइटी) प्लेटफॉर्म पर होस्ट किए गए स्मार्टअप पोर्टल द्वारा स्टार्टअप्स तक पहुंचकर उनके साथ संलग्न होंगे।
- इन्क्यूबेटर पार्टनर आवेदनों को छांट कर उनका चयन करेंगे और स्मार्टअप टीम फाईनलिस्ट्स का चयन करेगी।
- फाईनलिस्ट्स अपने स्टार्ट-अप बैंक के वरिष्ठ प्रबंधन से गठित ज्यूरी को दिखाएंगे।
मूल्यांकन के मापदंडः
- मार्केट रिसर्च, उत्पाद की स्केलेबिलिटी एवं विस्तार।
- हितग्राहियों के जीवन में सामाजिक प्रभाव की तीव्रता।
- बड़े पैमाने पर उत्पाद की आर्थिक व्यवहारिकता।
मिस स्मिता भगत, कंट्री हेड- सरकार, ई-कॉमर्स एवं स्टार्ट-अप्स, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘हमने सामाजिक क्षेत्र के स्टार्ट-अप्स को समर्थ बनाने एवं उनका विकास करने पर नए केंद्रण के साथ नए दशक की शुरूआत की है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘इन्क्यूबेटर्स के साथ हमारी साझेदारी विजेताओं को मेंटर कर उनके विचारों को विकसित करने में मदद करेगी। सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले उद्यमी लाखों भारतीयों की जिंदगी में परिवर्तन लाने का सराहनीय काम कर रहे हैं। स्मार्टअप ग्रांट्स इस सफर में हमारा सहयोग और प्रोत्साहन प्रस्तुत करने का तरीका है। हम इन सामाजिक उद्यमियों को सहयोग का आधार प्रदान करना चाहते हैं, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए काम कर रहे हैं।’’