सीबीडीसी पायलट प्रोग्राम के साथ एचडीएफसी बैंक ने 1.7 लाख व्यापारियों को अपने साथ जोड़ा
मुंबई:
एचडीएफसी बैंक, भारत में प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंक, ने आज सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) के साथ भारत की अपनी डिजिटल करेंसी इंटरऑपरेबल यूपीआई क्यूआर कोड लॉन्च किया। इसके साथ, एचडीएफसी बैंक सीबीडीसी को लेकर इंटीग्रेशन प्रोसेस को पूरा करने वाले देश के पहले बैंकों में से एक बन गया है। इंटरऑपरेबल यूपीआई क्यूआर कोड एचडीएफसी बैंक के व्यापारियों को, जो बैंक के सीबीडीसी प्लेटफॉर्म पर शामिल हैं, अपने ग्राहकों से डिजिटल रुपया करेंसी के रूप में भुगतान स्वीकार करने की सुविधा देता है, जिससे दिन-प्रतिदिन के लेनदेन में सीबीडीसी के उपयोग को काफी तेजी से बढ़ावा मिलेगा।
यह पहल पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुरू किए गए सीबीडीसी पायलट का विस्तार है। सीबीडीसी या डिजिटल रुपया भारतीय रुपये का एक टोकन डिजिटल वर्जन है, जिसे आरबीआई द्वारा सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के रूप में जारी किया गया है।
एक इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड बेसिक क्यूआर पेमेंट एक्सप्टेंस टर्मिनल को विभिन्न फैक्टर्स और भुगतान विकल्पों से स्कैन और भुगतान सुविधा का सपोर्ट करने में सक्षम बनाता है। यह विभिन्न फॉर्म फैक्टर से एक ही क्यूआर का उपयोग करके भुगतान स्वीकार करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
इस नई शुरुआत के मौके पर श्री पराग राव, कंट्री हेड- पेमेंट्स, कंज्यूमर फाइनेंस, टेक्नोलॉजी और डिजिटल बैंकिंग, एचडीएफसी बैंक ने कहा, “एचडीएफसी बैंक हमेशा डिजिटल बैंकिंग के अलग अलग उपयोग के लिए नए नए प्रयासों को शुरू करने में सबसे आगे रहा है, और हम इस नई डिजीटल रुपया करेंसी में भी अपने ग्राहकों को बेस्ट-इन-क्लास कैटेगरी और एडवांस्ड अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने कहा, “हमारे डिजिटल बैंकिंग सॉल्यूशंस देश में सबसे अच्छे और सबसे सुरक्षित सॉल्यूशंस में से एक हैं। सीबीडीसी एक दूरदर्शी पहल है और पहले से ही स्वीकृत और व्यापक रूप से लोकप्रिय यूपीआई के साथ इसकी क्यूआर इंटरऑपरेबिलिटी इसके उपयोग के लिए काफी फायदेमंद साबित होने वाली है।”
एचडीएफसी बैंक के ग्राहक “डिजिटल रुपया” एप्लिकेशन का उपयोग करके डिजिटल मुद्रा में लेनदेन कर सकते हैं। एप्लिकेशन वर्तमान में एंड्रॉइड वर्जन 10 से अधिक यूजर्स के लिए उपलब्ध है और जल्द ही इसे आईओएस पर लॉन्च किया जाएगा।