राजस्थान में हैवल्स इंडिया के ‘इंडस्ट्री 4.0’ मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट का उद्घाटन
बिजनेस ब्यूरो
एफएमईजी कंपनी हैवल्स इंडिया लिमिटेड ने घिलोथ, राजस्थान में लॉयड एसी के लिए उद्योग में पहली बार ‘इंडस्ट्री 4.0’मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट प्रदर्शित कर अपनी ‘मेक इन इंडिया’रणनीति को और मजबूत बनाने की आज घोषणा की।
कंपनी ने अपनी निर्माण क्षमता में और विविधता का परिचय देते हुए घिलोथ में ही एसी प्लांट के साथ ही एक वॉशिंग मशीन प्रोडक्टशन सुविधा की भी शुरुआत की है।
इस वॉशिंग मशीन प्लांट का उद्घाटन अमिताभ कांत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नीति आयोग ने किया। घिलोथ में 50 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैली इस ग्रीनफील्ड वॉशिंग मशीन यूनिट से लॉयड वॉशिंग मशीन प्रोडक्शन क्षमता को काफी मजबूती मिलेगी और यहां हर साल 3 लाख यूनिटों का निर्माण करने का लक्ष्य है।
इस उन्नत निर्माण क्षमता के चलते, लॉयड 2022 में वॉशिंग मशीनों के ~20 मॉडल और एसी के 50 एसकेयू लेकर आ रहा है,जो घरेलू कंज्यूमर ड्यूरेबल्स वर्ग में उसकी उपस्थिति को मजबूती देंगे। फिलहाल वॉशिंग मशीनों के निर्माण की सुविधा हर साल 5 लाख यूनिटों का निर्माण करने की क्षमता से लैस है।
इस निर्माण सुविधा में जापान, कोरिया और इटली की सर्वोत्तम मशीनरी को लगाया गया है और यहां अत्याधुनिक तथा उन्नत 10 रोबोटिक मशीनों एवं एजीवी (ऑटोमेटेड गाइडेड व्हीकल) तथा पूर्ण रूप से एकीकृत मैटिरियल मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था है। इस प्लांट में डसॉल्ट, फ्रांस का मैनेजमेंट एग्जीक्युशन सिस्टम लगाया गया है जो प्रक्रियाओं पर रियल टाइम मॉनीटरिंग करते हुए उत्पादकता में सुधार और लॉस टाइम एवं वेस्टेज में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
घिलोथ स्थित इस अत्याधुनिक रोबोटिक एवं इंडस्ट्री 4.0 अनुपालक कंज्यूमर ड्यूरेबल मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट के दौरे पर गए श्री अमिताभ कांत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नीति आयोग ने कहा, ”लॉयड एसी एवं वॉशिंग मशीनों के लिए समर्पित यह अत्याधुनिक इकाई सरकार की आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में हैवल्स की प्रतिबद्धता दर्शाती है। उनकी इंडस्ट्री 4.0 मानक निर्माण सुविधा में रियल टाइम मॉनीटरिंग सिस्टम (एमईएस)है जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कीमतों पर विश्वस्तरीय उत्पादों के निर्माण की हैवेल्स की क्षमता प्रदर्शित करता है।”
अनिल राय गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, हैवल्स इंडिया लिमिटेड ने कहा, ”मैं देश में अपनी तरह के पहले उन्नत और रोबोटिक एसी प्लांट को आपके लिए प्रदर्शित करते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं। 500 करोड़ रु के पूंजी निवेश के साथ, यह प्लांट भविष्य के लिए हमारे विज़न को दर्शाता है जो वैश्विक स्तर पर मानक निर्माण प्रक्रियाओं एवं प्रणालियों की मदद से विश्वस्तरीय और नवोन्मेषी उत्पादों के निर्माण को लेकर हमारी प्रतिबद्धता का सूचक है। यह ‘इंडस्ट्री 4.0 प्लांट’सरकार की ‘मेक इन इंडियाविज़न’का पूकर है और हमें ऐसे विश्वस्तरीय एसी निर्माण में मदद कर रहा है जिनका निर्यात दुनियाभर के 25 देशों को किया जा रहा है।”