क्या I-PAC से अलग हो चुके हैं PK
ऋषि सिंह संभालेंगे टीआरएस का चुनावी अभियान
टीम इंस्टेंटखबर
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और उनकी कंपनी इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी यानी I-PAC की राहें अब जुदा हो सकती है. एक तरफ जहां पीके की कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ती नजर आ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी कंपनी I-PAC ने तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के साथ करार किया है.
जानकारी के मुताबिक तेलंगाना में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में टीआरएस के चुनाव अभियान का प्रबंधन प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC करेगी. 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति और प्रशांत किशोर यानी पीके की कंपनी I-PAC के बीच करार भी हो चुका है.
सूत्रों की मानें तो I-PAC की ओर से टीआरएस के चुनाव अभियान को लेकर ऋषि सिंह को जिम्मेदारी दी गई है. ऋषि सिंह हैदराबाद पहुंच भी गए हैं. पीके की कंपनी I-PAC और टीआरएस के बीच हुए करार के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. सूत्रों का दावा है कि अब लगभग ये साफ हो गया है कि पीके और I-PAC की राहें अब जुदा हो जाएंगी.
हालांकि, इस संबंध में अब तक न तो I-PAC और ना ही प्रशांत किशोर ने ही किसी भी तरह का कोई बयान जारी किया है. गौरतलब है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस को लेकर इन दिनों एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं. करीब-करीब हर रोज कांग्रेस नेताओं के साथ पीके की बैठकें हो रही हैं. पीके ने कांग्रेस को 600 पेज का प्रेजेंटेशन दिया है जिसमें आमूल-चूल परिवर्तन की सलाह दी गई है.
सूत्रों की मानें तो पीके के कांग्रेस में शामिल होने का मंच करीब-करीब तैयार हो चुका है. बहुत हद तक संभव है कि वो इसी महीने औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद पीके ने ये ऐलान भी कर दिया था कि वे अब चुनाव रणनीतिकार के रूप में एक्टिव नहीं नजर आएंगे.