बच्चियों का उत्पीड़न सरकार के लिए शर्मनाक व विफलता का घोर प्रमाण है : लक्ष्य
लक्ष्य के कमांडरों ने 20 अगस्त को सीतापुर के गांव नसीराबाद में बहुजन(मौर्या) समाज की मासूम बेटी के साथ दरिंदगी व हत्या को लेकर दौरा किया और पीड़ित परिवार व पुलिस अधिकारियों से घटना की जानकारी ली तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
यहाँ यह बता दें कि घटना दिनांक 18 अगस्त 2021 की है जिसमें परिवार के लोगों ने बताया कि उनकी आठ वर्षीय बेटी शाम को खेत पर गई थी जहाँ उसके साथ दबंगो ने बलात्कार किया और उसकी निर्मम हत्या कर दी |
जैसा होता है, परिवार के अनुसार पुलिस इस केस को दबाने में जुट गई और कहने लगी कि बच्ची का बलात्कार नहीं हुआ है, पुलिस अधिकारीयों से मुलाकात के दौरान लक्ष्य की महिला कमांडरों ने कहा कि वे इस केस को किसी भी कीमत पर दबने नहीं देंगी |
लक्ष्य कमांडरों ने पुलिस अधिकारियों से इस घटना को गंभीरता से लेने की मांग करते हुए, इस मामले में धारा 376 व पाक्सो (POCSO) एक्ट शामिल करने को कहा अन्यथा लक्ष्य संगठन आंदोलन पर उतर जायेगा | पुलिस अधिकारीयों ने भी कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया |
लक्ष्य कमांडरों के तेवर देखते हुए सीतापुर की पुलिस ने 21 अगस्त 2021 को बलात्कार की धारा 376 व पाक्सो(POCSO) एक्ट भी जोड़ दिया है।
लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि बच्चियों का उत्पीड़न सरकार के लिए शर्मनाक व विफलता का घोर प्रमाण है । उन्होंने बहुजन समाज को भी जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि समाज में शिक्षा और जागरूकता की कमी होने के कारण आपस में भाईचारे का अभाव रहता है तथा एक दूसरे के साथ खड़े नहीं होते हैं। इसके विपरीत यदि सामाजिक भाईचारा बनाकर संगठित होकर इस प्रकार की अपराधिक घटनाओं का विरोध करें, तो अपराधियों को सजा भी मिलेगी और अपराधों पर लगाम भी लगेगी।