हमीरपुर: स्कूल-कॉलेजों में कैंप लगाकर टीकाकरण
हमीरपुर
कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से किशोर-किशोरियों को बचाने को लेकर शुरू हुए टीकाकरण अभियान के दूसरे दिन स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने स्कूल-कॉलेजों में भी कैंप लगाकर छात्र-छात्राओं को टीके लगाए। 15 से 18 साल के बच्चों ने उत्साहित होकर टीक लगवाए और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित किया। कल 727 किशोर-किशोरियों को टीके लगे थे।
देश-दुनिया में इस वक्त कोरोना के नए वैरिएंट का संक्रमण तेजी से बढ़ा है। देश-प्रदेश में भी कोरोना के नए केसों में वृद्धि हो रही है। इस तीसरी संभावित लहर में 15 से 18 साल के किशोर-किशोरियों के प्रभावित होने की संभावना ज्यादा है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग ने अब इस आयुवर्ग की आबादी को टीका लगाने का अभियान शुरू किया है।
पहले दिन जनपद में 727 किशोर-किशोरियों को कोरोना से बचाव के टीके लगाए गए थे। आज दूसरे दिन भी 17 केंद्रों में सुबह से ही टीकाकरण की शुरुआत हो गई। जिसमें किशोर-किशोरियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत ने बताया कि इस अभियान के शुरू होने से पूर्व जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी, जिसमें सभी स्कूल-कॉलेजों में 15 से 18 साल के किशोर-किशोरियों को टीका लगाने को लेकर विशेष अभियान चलाने की रणनीति बनी थी। जिला विद्यालय निरीक्षक श्याम सरोज वर्मा द्वारा जनपद के समस्त माध्यमिक स्कूल-कॉलेजों को चिट्ठी भेजकर 15 से 18 साल की आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों को टीका लगाने को लेकर निर्देशित किया गया है। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग की टीमें ऐसे स्कूल-कॉलेजों में कैंप लगाकर टीकाकरण कर रही हैं। इसके अच्छे नतीजे भी आ रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कॉलेजों के प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया है कि जिनके कॉलेज में टीके लगाए जाने हो, वहां के प्रधानाचार्य एक दिन पूर्व प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी दे दें और उन्हें यह भी बताएं कि टीका लगवाने वाले घर से भरपेट भोजन करके आएं। सीएमओ ने बताया कि आज भी जनपद के कई स्कूल-कॉलेजों में टीमों ने जाकर छात्र-छात्राओं को कोरोना से बचाव के टीके लगाए हैं। जिसमें सभी स्कूल-कॉलेजों का अच्छा सहयोग मिल रहा है।