• बाल रोग विशेषज्ञों की कमी के चलते जनपद के समस्त डॉक्टर्स को दिया जा रहा प्रशिक्षण
  • 30-30 के तीन बैचों में स्टाफ नर्स और सीएचओ को भी शामिल किया गया

हमीरपुर: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से मासूम बच्चों को बचाने की तैयारी तीव्र गति से चल रही है। इसी के मद्देनजर जनपद के समस्त डॉक्टर्स, नर्स और सीएचओ को प्रशिक्षित किया जा रहा है। तीन-तीन बैच में कुल 90 लोगों का छह दिवसीय प्रशिक्षण चल रहा है, जिसका समापन बुधवार को होगा।

जनपद में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की कवायद को जोरशोर से शुरू कर दिया गया है। नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञों की कमी के चलते जनपद के समस्त डॉक्टर्स, स्टाफ नर्सों और कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर्स (सीएचओ) को 30-30 के तीन बैचों में बांटकर एक जुलाई से प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि भविष्य में अगर कोरोना की तीसरी लहर से बच्चे प्रभावित होते हैं तो समय रहते उन्हें बेहतर उपचार मिल सके।

प्रशिक्षण के मास्टर ट्रेनर/नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.आशुतोष निरंजन ने इस प्रशिक्षण के दौरान अलग-अलग आयुवर्ग के बच्चों में कोरोना से संबंधित लक्षणों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य इकाई पर अगर कोरोना के लक्षण वाले बच्चे आते हैं तो उन्हें तत्काल निकटवर्ती पीडियाट्रिक वार्ड (पीकू) में रेफर किया जाए। कोरोना ग्रसित बच्चों के उपचार और उनके रखरखाव के विषय में भी समस्त डॉक्टर्स और नर्सों को प्रशिक्षित किया गया।

डॉ.निरंजन ने बताया कि जनपद के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों कुरारा, छानी, नौरंगा और मौदहा में पीकू वार्ड बनने हैं। इसकी सभी तैयारियां हो चुकी हैं। इन चारों अस्पतालों में इन्हें प्रशिक्षित डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स और सीएचओ की ड्यूटी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए कोरोना से बचाव को लेकर अभी कोई टीका भी नहीं आया है। इसलिए विशेषज्ञों द्वारा तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। बाल रोग विशेषज्ञों की कमी के चलते सभी डॉक्टर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में स्टाफ नर्स सोनी और नर्स मेंटर कोमल ने भी योगदान दिया।

प्रशिक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान भी मौजूद रहे। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स और सीएचओ की हौसलाफजाई की और पूरी निष्ठा के साथ काम करने की अपील की। प्रशिक्षण में एसीएमओ डॉ.पीके सिंह, जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.राधेरमण, डॉ.मनीराम, मौदहा के एमओआईसी डॉ.अनिल सचान सहित स्टाफ नर्स और सीएचओ मौजूद रहे।