हमीरपुर: साल में अंतरा के चार डोज देंगे अनचाहे गर्भ से मुक्ति
- जिला महिला अस्पताल में मनाया गया खुशहाल परिवार दिवस
- सामुदायिक और ब्लाक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर की गई गर्भवती और धात्री महिलाओं की काउंसिलिंग
हमीरपुर
जिला महिला अस्पताल सहित जनपद के सामुदायिक और ब्लाक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम मनाया गया। इस मौके पर अस्पताल पहुंचने वाली गर्भवती व धात्री महिलाओं को परिवार नियोजन के नवीन साधनों के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई।
जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ.फौजिया अंजुम नोमानी ने अस्पताल के सभागार में मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब महिला स्वस्थ होगी तो परिवार भी स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि शासन लोगों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत है और बहुत सी लाभकारी योजनाएं चला रहा है। उन्होंने महिलाओं से सरकारी अस्पतालों की सेवाओं के प्रति विश्वास रखने की अपील की। सीएमएस ने परिवार नियोजन के नवीन साधनों के प्रति भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अंतरा इंजेक्शन तेजी से महिलाओं के बीच लोकप्रिय हुआ है। इसके अच्छे नतीजे आ रहे हैं। साल में चार डोज लेकर अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है। इसके अलावा छाया टेबलेट, माला एन, कॉपर टी जैसी सुविधाएं भी अस्पताल में नि:शुल्क उपलब्ध हैं।
परिवार नियोजन की काउंसलर निकिता ने गर्भवती महिलाओं को गुटखा-पान से परहेज करने की सलाह दी। उन्होंने परिवार नियोजन के अन्य साधनों के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ.आशा ने भी महिलाओं को गर्भावस्था के समय बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति आगाह किया। नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.आशुतोष निरंजन ने गर्भावस्था के समय नियमित तौर पर चेकअप कराने और डॉक्टर की सलाह पर आयरन फोलिक एसिड की गोलियां नियमित रूप से खाने की सलाह दी। इसी तरह अन्य केंद्रों में खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम संपन्न हुआ।
अंतरा इंजेक्शन लेने वाली महिलाएं परिणाम से संतुष्ट
खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर जिला महिला अस्पताल आने वाली महिलाओं ने बातचीत के दौरान अंतरा इंजेक्शन के प्रति संतुष्टि जाहिर की। एक बच्चे की मां मीरा शर्मा ने बताया कि वह प्रति तीन माह में अंतरा इंजेक्शन ले रही हैं। अब तक 13 डोज लग चुके हैं। उन्हें किसी किस्म की कोई परेशानी नहीं हुई। इसी तरह गीता देवी ने भी अंतरा इंजेक्शन को लेकर अपने अनुभव साझा किए। गीता के भी पांच डोज लग चुके हैं। उन्होंने दो बच्चों के बीच में अंतर रखने के लिए इस इंजेक्शन को कारगर बताया।