हमीरपुर: रिठारी गांव में फैला डेंगू बुखार
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर किया उपचार
- 80 घरों का सर्वे, 15 मरीजों की जांच
हमीरपुर ब्यूरो
कुरारा ब्लाक के रिठारी गांव में डेंगू बुखार फैलने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हो गई। गुरुवार को टीम ने गांव में कैंप लगाकर मरीजों का उपचार किया। 15 मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर मौके पर ही जांच की गई, लेकिन किसी को भी मलेरिया, डेंगू या कोविड-19 की पुष्टि नहीं हुई। गांव के चार मरीजों के कानपुर में भर्ती होने और दो के ठीक होकर वापस लौट आने की पुष्टि हुई हैं। इन चारों मरीजों की बुखार की वजह से प्लेटलेट्स कम हुई थी। किसी को डेंगू की पुष्टि नहीं हुई थी।
मौसम में बदलाव के साथ ही मलेरिया, डेंगू का प्रकोप बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है। जिला मलेरिया अधिकारी आरके यादव ने बताया कि रिठारी गांव प्रधान चंद्रेश सिंह गौर ने गांव में बुखार फैलने और चार मरीजों के कानपुर में भर्ती होने की सूचना दी थी। जिसके बाद टीम ने गांव में कैंप लगाकर उपचार किया। उन्होंने बताया कि इस कैंप में 43 सामान्य मरीजों को दवाएं दी गई। 15 मरीजों के कई दिनों से बुखार से ग्रसित होने की वजह से उनकी मौके पर ही मलेरिया, डेंगू और कोविड-19 की जांच की, लेकिन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। जिन चार मरीजों कृष्ण कुमार (18) पुत्र राम सिंह, संकेत (16) पुत्र अमित सिंह, सुभाष (20) पुत्र भोला प्रसाद और ऋचा (28) पुत्री राजेश कुमार के बुखार की वजह से कानपुर में भर्ती होने की सूचना मिली थी, उसमें संकेत और सुभाष ठीक होकर घर लौट आए हैं। ऋचा हैलट और कृष्ण कुमार किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि गांव के 80 घरों का सर्वे किया गया है। लोगों के घरों में टंकी, कूलर, पुराने घड़े या ऐसी वस्तुएं, जिनमें पानी स्टोर हो सकता है, उसकी साफ-सफाई कराई गई है। एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया गया है। इस टीम में सीएचसी कुरारा के डॉ.मनीष, मलेरिया इंसपेक्टर अनिमेष कुमार, एएनएम राजकुमारी और आशा बहू भी थी। उन्होंने बताया कि जो भी मरीज मिले हैं वो मौसम के उतार-चढ़ाव की वजह से बीमार हुए हैं।
मच्छरों से ऐसे करें बचाव
- अपने घर के आसपास किसी भी तरह का जलभराव न होने दें। ध्यान रहे मच्छर गंदे और साफ दोनों पानी में पनप सकते हैं।
- घरों में खिड़की-दरवाजों में ऐसी जाली लगवाएं, जिससे हवा तो अंदर आए, लेकिन मच्छर न घुस पाएं।
- घरों की छतों पर रखी पानी की टंकी को ढककर रखें ताकि मच्छर न पनप पाएं।
- रात में सोने के लिए मच्छरदानी लगा लें। मच्छरों से बचने के लिए ये बेहद आसान तरीका है।
- पूरी बांह के कपड़े पहनें। खराब टायर, कूलर आदि में पानी जमा होने न दें।
- गांव में जानवरों के बाड़ों को घर से दूर रखें। यहां काफी मच्छर पनप सकते हैं।
- संतुलित आहार लें और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल व सब्जी लें।