हमीरपुर: परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता का अभियान
- 27 जून से दो चरणों में अभियान, सक्षम दंपत्ति से करेंगे संपर्क
- 11 जुलाई से सेवा प्रदायगी पखवाड़े की शुरुआत होगी
हमीरपुर: बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर जनपद में 27 जून से परिवार नियोजन का संदेश देते हुए एक माह तक चलने वाले अभियान की शुरुआत होगी।
अभियान के पहले चरण की शुरुआत दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा के तहत होगी। 10 जुलाई तक चलने वाले इस पखवाड़े के दौरान विभागीय टीमें सक्षम दंपत्तियों से संपर्क कर उन्हें सीमित परिवारों के प्रति जागरूक करेंगी। इसके बाद से जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े की शुरुआत होगी। नसबंदी के इच्छुक महिला-पुरुष लाभार्थियों के प्री रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। सभी कार्यक्रम कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.आरके सचान ने बताया कि अभियान के दौरान लोगों को सीमित परिवारों के बारे में जागरूक किया जाएगा। 27 जून से 10 जुलाई तक विभागीय सक्षम दंपत्तियों से संपर्क करेंगी। उन्हें परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जागरूक किया जाएगा। ऐसे दंपत्ति जिनके दो या तीन बच्चे हैं, उन्हें नसबंदी कराने के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के दिन से अभियान का दूसरा चरण शुरू होगा। इसमें सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी कार्यक्रम कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करते हुए मनाए जाएंगे।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.रामअवतार ने बताया कि इस बार इस अभियान का थीम ‘आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी’ निर्धारित की गई है। परिवार नियोजन के संदेश को शहर से लेकर गांव तक पहुंचाना है। बगैर लोगों को इकट्ठा किए इस अभियान को मनाया जाएगा। परिवार नियोजन से जुड़े स्थाई और अस्थाई साधनों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से भी जनपद व ब्लाक स्तर पर उन्मुखीकरण किया जाएगा। नसबंदी के लिए इच्छुक पुरुष और महिला लाभार्थियों का प्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
तीन माह में 37 महिलाओं के हुए नसबंदी ऑपरेशन
परिवार नियोजन के तहत तीन माह में 37 महिला व दो पुरुषों ने नसबंदी कराई है। तीन हजार महिलाओं के कॉपर टी लगाई गई। प्रसव पश्चात कॉपर टी लगवाने वाली महिलाओं की संख्या लगभग पांच सौ है। 625 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन लगवाया है। एक हजार से अधिक महिलाओं को गर्भनिरोधक छाया टेबलेट प्रदान की गई है।