हमीरपुर
परिवार नियोजन कार्यक्रमों में पुरुषों को भी आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। नसबंदी कराने से किसी किस्म की कोई कमजोरी नहीं आती है। जल्द ही स्वास्थ्य केंद्रों के बाहर ‘अपना बॉक्स’ लगाए जाएंगे, जिसमें प्रेग्नेंसी किट, ईजी पिल्स और कंडोम की उपलब्धता रहेगी ताकि लाभार्थी को इसे प्राप्त करने में कोई दिक्कत न हो।

उक्त विचार मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामअवतार ने समर्थ फाउंडेशन और सहयोग संस्था द्वारा एक होटल में आयोजित ‘समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन सेवाओं की उपलब्धता व मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच’ की जिला स्तरीय संवाद में व्यक्त किए। उन्होंने परिवार नियोजन कार्यक्रमों में पुरुषों की भागीदारी के कम होते स्तर पर भी चिंता जताते हुए वालेंटियरों से इस दिशा में और अधिक काम करने को प्रेरित किया। उन्होंने पुरुष नसबंदी को लेकर व्याप्त भ्रांतियों पर चर्चा करते हुए बताया कि नसबंदी कराने से किसी किस्म की कोई कमजोरी नहीं आती है। महिलाओं को चाहिए कि वह अपने पतियों को इसके प्रति जागरूक करें। ऐसा करने वालों को सम्मानित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांव-गांव आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और कार्ड एक्टिवेट किए जा रहे हैं, जो भी लाभार्थी हैं वह अपने कार्डों को एक्टिवेट कराएं ताकि उन्हें इस योजना के तहत पांच लाख रुपए के इलाज का कवर मिल सके। इसके अलावा जल्द ही सभी सीएचसी और पीएचसी स्तर पर अपना बॉक्स लगाए जाएंगे। इसमें प्रेग्नेंसी जांच किट, ईजी पिल्स और कंडोम की उपलब्धता रहेगी। बॉक्स अस्पताल परिसर में लगेंगे।

इस कार्यक्रम में समर्थ फाउंडेशन की वालेंटियर राप्ती देवी रघवा और सुनीता कुसौलीपुरवा ने कुरारा ब्लाक के गांवों में चलाए जा रहे शेयरिंग-केयरिंग सेंटर की उपयोगिता बताते हुए बताया कि इससे महिलाओं को अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को हल कराने में मदद मिल रही है। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के प्रति जागरूक हो रही हैं। अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन का क्रेज बढ़ा है। शेयरिंग-केयरिंग सेंटर में भी इस पर चर्चा होती है।

लॉजिस्टिक मैनेजर अजय ने भी परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी दी। डीसीपीएम मंजरी गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक माह की 21 तारीख को स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन पर ऑनलाइन काउंसिलिंग की जाती है। महिला-पुरुष इसका लाभ उठाएं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला प्रबंधक सुरेंद्र साहू ने च्वाइस ऑफ बॉस्केट व ग्राम स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता समिति के बारे में जानकारी दी।

समर्थ फाउण्डेशन के देवेंद्र गांधी ने परिवार नियोजन और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं-पुरुषों की परिवार नियोजन में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे है। ग्राम स्वास्थ्य, पोषण एवम स्वच्छता समिति को सक्रिय बनाने के लिए भी कार्य किया जा रहा है। वही लोगो को ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के बारे में जागरूक करते हुए इनसे मिलने बाली सुविधाओं के बारे समुदाय की जागरूकता बढ़ी है। उनकी टीमें महिलाओं के बीच शेयरिंग-केयरिंग सेंटर चलाकर परिवार नियोजन और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर चर्चा कर उन्हें जागरूक कर रही हैं। इस मौके पर एसीएमओ डॉ.एलबी गुप्ता, साइको थेरिपिस्ट डॉ.नीता, डॉ.मानसी आदि मौजूद रहे।