हकीम अजमल खां का नाम तारीख में हमेशा जगमगता रहेगाः डा. सिकन्दर हयात
- हिंदुस्तान के तमाम तिब्बिया कालेज हकीम अजमल मरहूने मिन्नत हैः डाॅ0 रज्मी यूनुस
- इरम यूनानी मेडिकल कालेज मेें ‘‘हकीम अजमल खां सेमिनार हाल‘‘ का इफतेताह
लखनऊः बाज शख्सियात इस दुनिया मेें ऐसी होती हैं जो अपने दौर और अहेद मेें ऐसे अजीमुश्शान और नाकाबिले फरामोश कारनामेें अन्जाम दिये जाती है जिनको दुनिया और तारीख हमेशा याद रखती है। इन ही अहेदसाज और तारीखसाज शख्सियात में एक दरखशां नाम हकीम अजमल खां का है जो तिब्बे यूनानी का एक हिस्सा बन गये। दुनिया के किसी कोने मेें जब भी तिब्बे यूनानी का तजकिरा होगा या होता है वह तजकिरा हकीम अजमल खां के तजकिरे के बेगैर मुकम्मल नहीं होगा । मजकूरा बाला ख्यालात का इजहार गुजिश्ता रात डाॅ0सिकन्दर हयात सिद्दीकी, डायरेक्टर यूनानी तिब्बी खिदमात ने इरम मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल मेें ‘‘हकीम अजमल खां सेमिनार हाल‘‘ का इफतेताह करते हुये कियंे । डॅा0 सिकन्दर हयात सिद्दीकी ने हकीम अजमल खां सेमिनार हाल का इफतेताह करने के बाद वहां मौजूद अफराद से खिताब करते हुये कहा कि मौजूदा हुकूमत आयुर्वेद और यूनानी तिब को फरोग देने के लिये काम कर रही है जिस का सुबूत बरेली मेें इस्टेट तकमीलुत्तिब कालेज का केयाम है। उन्होंने अपने खिताब में इरम एजूकेशनल सोसायटी के मैनेजर और इरम यूनानी मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल के मैनेजिंग उायरेकटर डाॅ0 ख्वाजा रज्मी यूनुस को सेमिनार हाल की तामीर पर मुबारकबाद देते हुुये कहा कि मुल्क के तिब्बिया कालेजों में इरम यूनानी मेडिकल कालेज वाहिद ऐसा कालेज है जिस ने मसीहुलमुल्क हकीम अजमल खां के नाम से उनकी यादगार के तौर पर हाल तामीर कराया है और उसकी इफतेताह तकरीब इतने शानदार तरीके से मनाई जा रही है।
इस मौके पर आयुष आयुर्वेद तिब्बी खिदमात के रजिस्ट्रार, डाॅ0 अखिलेश वर्मा ने भी हकीम अजमल खां सेमिनार की हैसियत से बडी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हॅू कि प्राईवेट कालेजो में यूनानी मेडिकल कालेज उत्तर प्रदेश का सबसे बेहतरीन कालेज है। उन्हेंने कहा कि इस कालेज की तालीम, अडिसिप्लिन और तालीम के साथ साथ तलबा की बेहतरीन तरबियत इस काले जी खासियत है।
इससे कब्ल मेहमानाने खुसूसी की आमद पर उनका शान्दार यादगार खैरमकदम किया गया। गुलपोशी के साथ साथ शाल यादगारी तमगा पेश करके उनकी ताजीम की गयी।
इनम एजूकेशनल सोसयटी के मैनेजर, डाॅ0 ख्वाजा रज्मी यूनुस, सदर, डाॅ0 ख्वाजा बज्मी यूनुस और सोसायटी के सेक्र्रेट्री, ईं0 ख्वाजा सैफी यूनुस ने तमाम मेहमानों का खैरमकदम करते हुये बताया कि इसी यूनानी मेडिकल मेें बहुत ही जल्द डाॅ0 ख्वाजा यूनुस हाल का इफतेताह होगा। उन्होंने यह भी बताया कि जहांगीराबाद मेें ख्वाजा यूनुस स्पोर्टस अकाडमी तामीर हो चुकी है। इन्शाअल्लाह बहुत जल्द उसका भी इफतेताह होगा। यह भी बताया गया है कि ख्वाजा यूनुस यूनिवर्सिटी मेलारायगंज, मेें कायम होगी। जिसकी तैयारियां तेजी के साथ आगे बढ रही है। उन्हेांने बताया कि कोविड-19 की वेबा की वजह से ख्वाजा यूनुस यूनिवर्सिटी की तामीर का काम रोक दिया गया था। अब फिर से शुरू हो गया है।
इस मौके पर इरम यूनानी मेडिकल कालेज के डायरेक्टर की अहमियत और अफादियत पर रोशनी डालते हुये कहा कि यह तरीकये इलाज कुदरती है और इसकी वजह से इसका साईड इफेक्ट बहुत कम है। जब कि एलोपैथिक मेें अमल और रद्देअमल की भरमार है। यानी अगर एक तरफ फायदा देता है तो दूसरी तरफ एलोपैथिक बाज दवायें कैंसर पैदा कर रही है। ऐसे हालात में यूनानी तरकये इलाज और इसके अस्पतालोें व कालेजों की मांग बढ रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जिसने तमामम दुनिया में तबाही मचा दी उसकी दवा एलोपैथिक मेें नहीं थीं। हिन्दुस्तान और तमाम दुनिया के लोगों ने यूनानी तरकये इलाज को अपनाया। और अल्लाह का शुक्र है उसी से उनको फायदा हासिल हुआ। उन्हेांने कहा कि इन्शाअल्लाह बहुत जल्म इरम यूनानी मेडिकल कालेज मेें पी0जी0 की तालीम भी शुरू हो जायेगी जिसके लिये इमारतों की तामीर वगैरा का काम मुकम्मल हो चुका है। इरम यूनानी मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल के प्रिंसिपल, डाॅ0 अब्दुल हलीम कासिमी ने भी अपनी तकरीर मेें डाॅ0 सिकन्दर हेयात सिद्दीकी साहब, डाॅ0 अखिलेश वर्मा साहब और उनके स्टाफ का शुक्रिया अदा किया। कि कालेज के तमाम तर बीमारियों का इलाज उन हजरात ने किया जिसके लिये इदारये इरम हमेशा उनका मशकूर व ममनून रहेगा।
इस मौके पर इरम यूनानी मेडिकल कालेज तलबा और तालबात ने नये आने वाले तलबा का शान्दार खैरमकदम किया और उनके एजाज मेें बेहतरीन सकाफती प्रोग्राम पेश किये और उनको तहाएफ से नवाजा। प्रोग्राम की नेजामत इरम यूनानी मेडिकल कालेज के प्रो0 मोहतरम आरिफ इस्लाही ने बहुत ही शान्दार तरी के से अन्जाम दी।
तकरीब मेें डाॅ0 हस्सान नगरामी, जमाल अख्तर, प्रिंसिपल , तिब्बिया कालेज लखनऊ, एच0एम0यासी0, मैडम सहर सुलतान, मैडम आयशा अब्बासी, मो0 आरिफ नगरामी, खलीक अहमद खां, डाॅ0 अख्तर जमाल, डाॅ0 अब्दुल कवी, डाॅ0 अब्दुल मोईद, डा0 सबीहा, डाॅ0 नफीस, डाॅ0यिाउलहक, डाॅ0 शम्शुल आरिफीन, डाॅ0 रफअत खानम, डाॅ0 मकबूल,और डाॅ0 अताउल्लाह के अलावा नासिरा सलीम, मौलाना मुबीन, सलेहा खान, कहकशां, निगार बशर, रजिया बेगम, नसीम फातिमा, डाॅ0 अजीम, मोहम्म्द आरिफ, मिर्जा बेग, मो0 आदिल, सगीर अहमद, ई0 आरिफ, विकास, टी0डी0 पाठक,शेऐब अहमद, मोहम्म्द शम्शुलहक मारूफी, आसिफ, मंयक श्रीवास्तव, राजेश त्रिपाठी, संतोष सिंह, सुधाकर मिश्रा, तारिक समी किदवाई, शोएब अल्वी, मो0 वसीम, अबरार अहमद के अलावा सभी ब्रंाचों के असातजा, तथा मेडिकल कालेज के तलबा व तालबात के अलावा बहुत बडी तादाद मेें शहर के अमायेदीन ने शिरकत की।