गोरखपुर कांड: मृतक व्यापारी की पत्नी को मिलेगी सरकारी नौकरी
व्यापारी मनीष गुप्ता के परिजनों से मिले सीएम योगी, पुलिस ने पेश की अब भगदड़ थ्योरी
टीम इंस्टेंटखबर
मुख्यमंत्री के गृहनगर गोरखपुर में कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्षी पार्टियां इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाकर योगी सरकार को घेरने की कोशिश में हैं. शायद इसलिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना देरी किये मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी मिनाक्षी से मुलाकात की और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर दी। हालाँकि इस मामले में आरोपित पुलिसवालों को अब भी बचाने की पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है.
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मिलने के बाद मृतक की पत्नी मीनाक्षी मे मीडिया से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री ने नौकरी, मुआवजा और केस ट्रांसफर की मांग मान ली है। साथ ही मामले में सीबीआई से जांच की मांग पर भी हामी भर दी है।
गुरूवार को कानपुर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी से मुलाकात की है। सीएम योगी ने मृतक मनीष की पत्नी की सारी मांगे मान ली है। सीएम योगी ने कहा केस गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर होगा। पीड़ित परिजनों को जल्द ही आर्थिक सहायता दी जाएगी। मृतक मनीष की पत्नी को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी के पद पर नियुक्ति का आश्वासन दिया है।
वहीँ राज्य के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार पुलिस का पक्ष रखने के लिए खुद सामने आए और आरोपित पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए ‘भगदड़ थ्योरी’ पेश कर दी.
एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक शुरुआत में यह बताया गया कि पुलिस वहां होटल में जांच करने पहुंची थी कि कुछ लोग वहां किन वजहों से रुके हैं? इसी दौरान वहां पर भगदड़ हुई और गिरने से मनीष गुप्ता को चोट आई है, ऐसा बताया गया है. लेकिन अब पूरे मामले की तफ्तीश की जा रही है.
प्रशांत कुमार ने पुलिस का पक्ष रखते हुए यह भी बताया कि पोस्टमार्टम में भी मनीष गुप्ता के सिर में चोट लगने का मामला सामने आया है. सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है.
एडीजी के अनुसार गोरखपुर में आदेश के मुताबिक होटलों में ठहरने वालों की सामान्य चेकिंग की जाती है और उसी क्रम में पुलिस की एक टीम उस होटल में गई थी, लेकिन वहां ऐसा क्या हुआ कि यह मौत हो गई. इस बात की गहनता से जांच कराई जा रही है.