प्रयागराज:
प्रदेश का युवा ‘नौकरी मांगने नहीं देने वाला बन चुका है’ जैसी शिगूफेबाजी और उपलब्धियों का महिमामंडन युवाओं के साथ मजाक है। कोरोना काल में भी इसी तरह स्किल मैपिंग से लेकर तमाम घोषणाओं का हश्र देखा जा चुका है। प्रदेश में रोजगार सृजन ठप्प है, 6 लाख से रिक्त पदों को भरने के वादे से सरकार मुकर रही है, ऐसे में भयावह हो रहे आजीविका के संकट से इस तरह की बयानबाजी और घोषणाएं की जा रही हैं।

उक्त प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रोजगार के सवाल दिये गए बयान पर युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार सृजन का आज तक मुकम्मल खाका योगी सरकार द्वारा तैयार नहीं किया गया। सिवाय आंकड़ेबाजी और प्रचार पर पूरा फोकस है। ऐसे में उपलब्धियों का महिमामंडन बेकारी से त्रस्त युवाओं के जले पर नमक छिड़कने जैसा है। कहा कि रोजगार सृजन में अव्वल होने की तर्ज पर ही दावा करते हैं कि प्रदेश में चयन प्रक्रिया में अब भेदभाव और भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म हो गया है जबकि महज दरोगा भर्ती में ही सैकड़ों साल्वर गैंग के सदस्य जेल में बंद हैं। अन्य भर्तियों में भी रिकॉर्ड भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री पारदर्शिता का दावा बढ़चढ़ करते रहते हैं। युवा मंच प्राथमिक शिक्षक भर्ती समेत सभी6 लाख से ज्यादा रिक्त पदों को विज्ञापित करने की मांग दोहराई।