जनरल सुलैमानी और अल-मोहंदिस की पहली बरसी पर बग़दाद में अमरीकी दूतावास पर हमला
तेहरान: आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के पूर्व कमांडर जनरल सुलैमानी और अल-हशदुश्शाबी के पूर्व डिप्टी कमांडर महदी अल-मोहंदिस की शहादत की पहली बरसी पर बग़दाद स्थित अमरीकी दूतावास पर रॉकेट हमले तेज़ हो गए हैं।
इराक़ के सैन्य सूत्रों का कहना है कि रविवार को अमरीकी दूतावास पर 8 रॉकेट फ़ायर किए गए, जिसमें एक इराक़ी सुरक्षाकर्मी घायल हो गया और कुछ कारों और एक आवासीय परिसर को नुक़सान पहुंचा, जो आमतौर पर ख़ाली रहता है।
ग़ौरतलब है कि 3 जनवरी 2019 को बग़दाद एयरपोर्ट के निकट जनरल सुलैमानी और कमांडर अल-मोहंदिस की कार पर अमरीकी ड्रोन विमानों ने मिसाइल हमला करके उन्हें शहीद कर दिया था।
अमरीकी दूतावास ने एक बयान जारी करके कहा है कि दूतावास की C-RAM सुरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया था, जो मिसाइलों और रॉकेटों को हवा में नष्ट कर देती है।
बयान में कहा गया है कि अमरीकी दूतावास, ग्रीन ज़ोन को निशाना बनाकर किए गए रॉकेट हमले की पुष्टि करता है। हमले में दूतावास के परिसर को मामूली नुक़सान पहुंचा है।
दूतावास ने सभी इराक़ी राजनीतिक दलों और नेताओं से आग्रह किया है कि वे इस तरह के हमलों को रोकें और जो लोग इसके लिए ज़िम्मेदार हैं, उनकी जवाबदेही तय करें।
इराक़ी स्वयं सेवी बलों के रॉकेट हमलों से बचने के लिए पिछले साल अमरीकी दूतावास में सी-रैम सिस्टम स्थापित किया गया था।
बग़दाद में अमरीकी दूतावास, वास्तव में अमरीका की सैन्य छावनी है, जिसे इराक़ी अपने देश पर हमले का प्रतीक समझते हैं।
पिछले साल 3 जनवरी के ड्रोन हमले के बाद, इराक़ी संसद ने एक प्रस्ताव पारित करके तुरंत रूप से देश से अमरीकी सैनिकों को बाहर निकाले जाने की मांग की थी।