देश की प्रमुख एडटेक कंपनी फ़िज़िक्स वाला ने नए अकादमिक सेशन में 77 नए ऑफलाइन टेक-इनेबल्ड लर्निंग सेंटर्स खोलने का आज लखनऊ में ऐलान किया। इस विस्तार के साथ ही फ़िज़िक्स वाला विद्यापीठ के ऑफलाइन सेंटर्स की कुल संख्या 203 हो जाएगी। फ़िज़िक्स वाला का नया सफर तमिलनाडु, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत कई दूसरे राज्यों में शुरू हो रहा है. नए सेशन में फ़िज़िक्स वाला का लक्ष्य छात्रों की संख्या को दो लाख से बढ़ाकर ढाई लाख ले जाना है. उत्तर प्रदेश के 6 ज़िलों में मौजूदगी दर्ज करा चुके फ़िज़िक्स वाला का मकसद टियर 2 और टियर 3 शहरों के बच्चों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना है ताकि देश के दूर-दराज़ के इलाकों तक भी इसका लाभ मिल सके। अपने विस्तार प्रोग्राम के बारे में जानकारी देने के लिए पीडब्लू ने आज एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया जिसमें रीजनल एकेडेमिक हेड सतीश मिश्रा, रीजनल बिजनेस हेड सदफ आफरीन खान और गोमतीनगर सेंटर के हेड प्रतीक भदौरिया ने मीडिया को नई विस्तार योजनाओं के बारे में डिटेल से जानकारी दी.

हाल ही में फ़िज़िक्स वाला ने अपनी तीसरे नेशनल स्कॉलरशिप एंट्रेंस टेस्ट (NSAT) 2024 का आयोजन किया। इस टेस्ट के लिए 250 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप रखी गई थी जो इसे अब तक का सबसे बड़ा स्कॉलरशिप टेस्ट बनाता है। इस पहल का मकसद NEET-UG और IIT-JEE जैसे बड़े एग्ज़ाम्स की तैयारी कर रहे छात्रों को उनकी आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना एडुकेशन और एक्सपर्ट गाइडेंस देना है।

सतीश मिश्रा ने बताया कि पीडब्लू के ऑफलाइन सेंटर्स दो मॉडल्स में बंटे हुए हैं – विद्यापीठ और पाठशाला । विद्यापीठ सेंटर्स टेक-इनेबल्ड हैं, जहाँ छात्र क्लासरूम में आकर अनुभवी टीचर्स से पढ़ाई करते हैं। वहीं पाठशाला मॉडल में ‘दो-टीचर सिस्टम’ है, जहाँ एक टीचर वर्चुअली पढ़ाते हैं और दूसरा टीचर क्लासरूम में रहकर स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब देता है। इस मॉडल से छात्र चाहे कहीं भी हों, वे देश के टॉप टीचर्स से पढ़ाई कर सकते हैं। इन दोनों मॉडल्स को मिलाकर पीडब्लू ने डिजिटल और फिजिकल लर्निंग को एक साथ लाकर देशभर के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी है।